Masik Shivratri 2025: मासिक शिवरात्रि पर सर्वार्थ सिद्धि योग में करें ये शुभ कार्य, तुरंत प्रसन्न होंगे महादेव

Edited By Updated: 17 Dec, 2025 01:46 PM

masik shivratri 2025

Masik Shivratri 2025: सनातन धर्म में मासिक शिवरात्रि का विशेष आध्यात्मिक महत्व बताया गया है। यह व्रत प्रत्येक माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है और भगवान शिव की उपासना के लिए अत्यंत फलदायी माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, मासिक...

Masik Shivratri 2025: सनातन धर्म में मासिक शिवरात्रि का विशेष आध्यात्मिक महत्व बताया गया है। यह व्रत प्रत्येक माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है और भगवान शिव की उपासना के लिए अत्यंत फलदायी माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, मासिक शिवरात्रि पर श्रद्धा और विधि-विधान से की गई पूजा से सुख-समृद्धि, मानसिक शांति और कष्टों से मुक्ति मिलती है।

PunjabKesari Masik Shivratri 2025

मासिक शिवरात्रि पर ग्रह-नक्षत्र और शुभ योग
पंचांग के अनुसार, इस मासिक शिवरात्रि पर सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है, जिसे अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन सूर्य धनु राशि में और चंद्रमा वृश्चिक राशि में स्थित रहेंगे।

अभिजीत मुहूर्त: 18 दिसंबर सुबह 11:57 से दोपहर 12:38 तक
राहुकाल: दोपहर 1:35 से 2:53 तक

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सर्वार्थ सिद्धि योग में किए गए कार्यों में सफलता प्राप्त होती है और नए कार्य आरंभ करना शुभ होता है।

PunjabKesari Masik Shivratri 2025

मासिक शिवरात्रि का पौराणिक महत्व
पौराणिक ग्रंथों में शिवरात्रि व्रत का विशेष उल्लेख मिलता है। मान्यता है कि देवी लक्ष्मी, सरस्वती, गायत्री, सावित्री, पार्वती, सीता, इंद्राणी और रति ने भी शिवरात्रि का व्रत किया था। शास्त्रों के अनुसार, जो श्रद्धालु महाशिवरात्रि से मासिक शिवरात्रि व्रत का आरंभ कर एक वर्ष तक इसका पालन करते हैं, उनके जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और सौभाग्य में वृद्धि होती है।

मासिक शिवरात्रि पूजा विधि (Masik Shivratri Puja Vidhi)
ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें
पूजा स्थल या मंदिर की स्वच्छता करें
चौकी पर सफेद वस्त्र बिछाकर भगवान शिव की प्रतिमा या शिवलिंग स्थापित करें
जल, दूध या गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक करें
बिल्वपत्र, चंदन, अक्षत, पुष्प और फल अर्पित करें
ॐ नमः शिवाय पंचाक्षर मंत्र का 11 बार रुद्राक्ष माला से जाप करें
शिवलिंग के सम्मुख बैठकर शिव मंत्रों का जप भी अत्यंत फलदायी माना गया है

PunjabKesari Masik Shivratri 2025

निशिता काल का महत्व
शिवरात्रि की पूजा मध्य रात्रि, जिसे निशिता काल कहा जाता है में विशेष फल देती है। इस समय भगवान शिव की आराधना करने से मनोकामनाएं शीघ्र पूर्ण होती हैं।

मासिक शिवरात्रि के लाभ
जीवन में सुख और समृद्धि की प्राप्ति
मानसिक तनाव और नकारात्मकता से मुक्ति
विवाह, करियर और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में राहत
शिव कृपा से सभी कार्यों में सफलता

PunjabKesari Masik Shivratri 2025

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

Related Story

Trending Topics

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!