Edited By Prachi Sharma,Updated: 21 Feb, 2024 06:36 AM
बर्मिंघम विश्वविद्यालय ने एक विवादास्पद सोशल मीडिया पोस्ट को हटाते हुए माफी मांगी है। इस पोस्ट में ऐसा लग रहा था कि सिख विद्यार्थियों को
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
लंदन (वार्ता): बर्मिंघम विश्वविद्यालय ने एक विवादास्पद सोशल मीडिया पोस्ट को हटाते हुए माफी मांगी है। इस पोस्ट में ऐसा लग रहा था कि सिख विद्यार्थियों को मुसलमान समझने की भूल हुई है।
विश्वविद्यालय द्वारा किए गए पोस्ट में कहा गया था कि इस माह के प्रारंभ में विश्वविद्यालय की सिख सोसायटी द्वारा आयोजित 20वां ‘लंगर ऑन कैंपस’ कार्यक्रम इस्लामिक जागरूकता सप्ताह का हिस्सा था। विश्वविद्यालय के इंस्टाग्राम एकाऊंट पर एक पोस्ट में लंगर की तस्वीरें टैग की गईं और उसके साथ ‘डिस्कवर इस्लाम वीक’ लिखा गया।
सिख प्रैस एसोसिएशन के प्रवक्ता जसवीर सिंह ने कहा, ‘यह देखकर न केवल निराशा बल्कि आश्चर्य भी हुआ है कि जिन लोगों पर बर्मिंघम विश्वविद्यालय की छवि का जिम्मा है, वे विश्वविद्यालय में समुदायों को लेकर अनभिज्ञ हैं। यह स्पष्टत: विश्वविद्यालय कर्मियों को दिए जा रहे प्रशिक्षण एवं शिक्षण का मुद्दा है। सिख दशकों से बर्मिंघम विश्वविद्यालय समुदाय का एक अहम हिस्सा रहे हैं।” कई लोगों ने सोशल मीडिया पर विश्वविद्यालय की इस गलती को ‘स्तब्धकारी’ एवं ‘अविश्वसनी’ बताया।
विश्वविद्यालय के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘सोशल मीडिया पोस्ट से लोगों के मन को जो ठेस पहुंची है, उसके लिए विश्वविद्यालय दिल से माफी मांगता है। हम मानते हैं कि यह पोस्ट त्रुटिपूर्ण था।’