Edited By Niyati Bhandari,Updated: 19 Apr, 2020 09:30 AM
पिछले साल पाकिस्तान के करतारपुर में भारतीय सिखों के लिए खुले करतारपुर गुरुद्वारे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। दरअसल शुक्रवार को आई तेज आंधी में यहां कई गुंबद टूटकर गिर गए। मार्च में कोरोना वायरस के चलते इसे बंद कर दिया गया था।
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करतारपुर (इंट): पिछले साल पाकिस्तान के करतारपुर में भारतीय सिखों के लिए खुले करतारपुर गुरुद्वारे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। दरअसल शुक्रवार को आई तेज आंधी में यहां कई गुंबद टूटकर गिर गए। मार्च में कोरोना वायरस के चलते इसे बंद कर दिया गया था।
गौर रहे कि पिछले साल गुरु नानक देव के 550वें प्रकाशोत्सव पर भारत और पाकिस्तान के बीच कॉरिडोर खोला गया था और ये गुंबद कुछ महीने पहले ही बनवाए गए थे। सीमा पर दोनों ओर शुक्रवार से आंधी-तूफान चल रहा है। करतारपुर में ही गुरु नानक देव जी ने अपने जीवन के 18 साल बिताए थे, इसलिए सिखों में इसकी बहुत अहमीयत है। पिछले साल भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत के बाद दोनों देशों के बीच कॉरिडोर खोला गया जिससे भारतीयों को बिना वीजा वहां जाने की अनुमति मिल गई।
वहीं सिख समुदाय इस घटना से बेहद नाराज हुआ है। उनकी ओर से आरोप लगाया जा रहा है कि पाकिस्तान सरकार ने जिस तरह से यहां निर्माण कराया है वह सही नहीं है। कहा जा रहा है कि गुंबदों का निर्माण सीमैंट नहीं बल्कि फाइबर से किया गया था।