Edited By Niyati Bhandari,Updated: 11 Apr, 2019 08:41 AM
चैत्र मास के नवरात्रि वैसे तो नौ दिनों तक चलते हैं लेकिन पंचांग मतभेद या तिथियों में बदलाव के कारण, ये कभी आठ दिनों के, तो कभी दस दिनों के भी हो जाते हैं। वर्तमान समय में भी नवमी तिथि अष्टमी तिथि के साथ मिल गई है।
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चैत्र मास के नवरात्रि वैसे तो नौ दिनों तक चलते हैं लेकिन पंचांग मतभेद या तिथियों में बदलाव के कारण, ये कभी आठ दिनों के, तो कभी दस दिनों के भी हो जाते हैं। वर्तमान समय में भी नवमी तिथि अष्टमी तिथि के साथ मिल गई है। अष्टमी और नवमी तिथि 13 अप्रैल को ही मनाई जाएगी। माधव के कालनिर्णय में कहा गया है जब नवमी तिथि दो दिन तक चल रही हो, पहली तिथि के मध्याह्न में नवमी तिथि पड़ रही हो तो उसी दिन व्रत करने का विधान है। जब नवमी दोनों दिनों के मध्याह्न में पड़े तो दशमी से युक्त नवमी का व्रत करना चाहिए। 2019 में 13 अप्रैल की दोपहर से पहले 11:42 पर नवमी तिथि शुरु हो जाएगी और 14 अप्रैल को सुबह 09:36 तक रहने वाली है।
अतः राम नवमी का व्रत 13 अप्रैल को ही किया जायेगा। राम जन्मोत्सव भी इसी दिन धूमधाम के साथ मनाया जायेगा। जिस समय प्रभु श्रीराम ने इस धरती पर अवतार लिया था, उस समय चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि और मध्याह्न के समय कर्क लग्न चल रहा था। नवमी तिथि पर जो लोग हवन करते हैं, वे 14 अप्रैल को कर सकते हैं। इस दिन नवरात्र भी पूर्ण हो जाएंगे।