Edited By Niyati Bhandari,Updated: 29 Mar, 2024 07:24 AM
रंगपंचमी का त्योहार हर वर्ष होली के बाद शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। रंगपंचमी का त्योहार होली की तरह ही रंगपंचमी का त्योहार भारत के कई हिस्सों में बहुत ही उत्साह और धूमधाम के साथ मनाया जाता है।
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Rang Panchami 2024: रंगपंचमी का त्योहार हर वर्ष होली के बाद शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। रंगपंचमी का त्योहार होली की तरह ही रंगपंचमी का त्योहार भारत के कई हिस्सों में बहुत ही उत्साह और धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस साल 30 मार्च को रंगपंचमी का त्योहार मनाया जा रहा है। माना जाता है कि इस विशेष दिन पर देवी-देवता पृथ्वी लोक पर रंगोत्सव मनाने आते हैं। देवताओं के रंगोत्सव में शामिल होने के कारण घर में धन-संपदा में वृद्धि होती है। इसलिए भारत के कई राज्यों में इसे श्री पंचमी भी कहा जाता है। ऐसे में आप देवी-देवताओं को उनके प्रिय रंग अर्पित करके अपने इष्ट देव की विशेष कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
Why should Rang panchami be celebrated क्यों मनाया जाना चाहिए रंगपंचमी
होली की तरह ही रंगपंचमी के दिन रंगों और गुलाल से होली खेली जाती है। माना जाता है कि ऐसा करने से देवी-देवता आकर्षित और खुश होते हैं और मन की सारी इच्छाएं पूरी करते हैं। यह भी माना जाता है इस दिन शरीर पर रंग न लगाकर हवा में उड़ाया जाता है। हवा में रंग उड़ाने से सकारात्मक शक्तियों का संचार होता है और आस-पास मौजूद सभी नकारात्मक शक्तियां नष्ट हो जाती हैं।
Which color should be applied to which deity किस देवता को लगाएं कौन सा रंग
रंग पंचमी के दिन श्री कृष्ण, श्री राम और विष्णु भगवान को पीला रंग अर्पित किया जाता है। इस दिन भगवान को पीले रंग के वस्त्र भी पहना सकते हैं। ऐसा करने से मन की हर मनोकामना पूरी होती है।
माता लक्ष्मी, बजरंगबली, सूर्य देवता और भैरव महाराज को लाल रंग अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है और जीवन में आने वाली हर परेशानी से छुटकारा मिलता है। साथ ही धन प्राप्ति होती है।
भगवान शनि देव को नीला रंग अति प्रिय है, ऐसे में आप उन्हें नीला रंग चढ़ा सकते हैं। ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होंगे और आपके सारे बिगड़े काम बना देंगे।