Edited By Sarita Thapa,Updated: 17 Aug, 2025 06:38 AM

Singh Sankranti 2025: सिंह संक्रांति का दिन धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। पंचांग के अनुसार, जब सूर्यदेव कर्क राशि के निकलकर सिंह राशि में प्रवेश करते हैं, जिसे सिंह संक्रांति के नाम से जाना जाता है।
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Singh Sankranti 2025: सिंह संक्रांति का दिन धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। पंचांग के अनुसार, जब सूर्यदेव कर्क राशि के निकलकर सिंह राशि में प्रवेश करते हैं, जिसे सिंह संक्रांति के नाम से जाना जाता है। इस दिन पूरे विधि-विधान के साथ सूर्यदेव की पूजा की जाती है। यह समय न केवल नए आरंभों का प्रतीक है, बल्कि पितृ दोष जैसी समस्याओं को दूर करने का भी श्रेष्ठ अवसर प्रदान करता है। सिंह संक्रांति के दिन किए जाने वाले विशेष पूजा-अर्चना और मंत्रों का प्रभाव पितृ दोष को कम करने और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाने में सहायक होता है। साथ ही इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से पूर्वजों की आत्मा की शांति के साथ-साथ अपने जीवन में खुशहाली और समृद्धि ला सकते हैं। तो आइए जानते हैं सिंह संक्रांति के पूर्वजों को प्रसन्न करने के लिए किए जाने उपायों के बारे में-

सिंह संक्रांति पर पितृ दोष मिटाने के लिए उपाय
सूर्य की पूजा करें
सिंह संक्रांति पर सुबह जल्दी उठकर सूर्य को अर्ध्य दें, आरती करें और सूर्य स्तोत्र का पाठ करें। इससे पितृ दोष का प्रभाव कम होता है।
तर्पण और जल दान करें
सिंह संक्रांति के दिन सूर्यास्त के समय पवित्र जल में तिल मिलाकर पितरों को तर्पण दें। इसके बाद जल को नदी या तालाब में प्रवाहित करें। ऐसा करने से पितर प्रसन्न होते हैं और अपना आशीर्वाद बनाएं रखते हैं।

दान करें
सिंह संक्रांति के दिन गरीब और जरूरतमंदों को तिल, गेहूं, चावल और सफेद वस्त्र दान करें। इस उपाय को करने से पितृ दोष दूर होता है।
सफेद तिल से दीपक जलाएं
सिंह संक्रांति वाले दिन तिल से बने दीपक जलाकर पूर्वजों को याद करें। इससे पितृ दोष कम होता है और परिवार में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
