Edited By Niyati Bhandari,Updated: 23 May, 2023 09:57 AM
सूर्यास्त के एक प्रहर (लगभग तीन घंटे) के बाद ही शयन करना चाहिए। उल्टा सोये भोगी, सीधा सोये योगी। बाएं सोए निरोगी, दाएं सोए रोगी। शास्त्रीय विधान भी है, आयुर्वेद में वामकुक्षी की बात आती है।
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Healthy Sleeping Habits: सूर्यास्त के एक प्रहर (लगभग तीन घंटे) के बाद ही शयन करना चाहिए। उल्टा सोये भोगी, सीधा सोये योगी। बाएं सोए निरोगी, दाएं सोए रोगी। शास्त्रीय विधान भी है, आयुर्वेद में वामकुक्षी की बात आती है। बाईं करवट सोना स्वास्थ्य के लिए हितकर है। शारीरिक विज्ञान के अनुसार चित्त सोने से रीढ़ की हड्डी को नुक्सान और औंधा या उलटा सोने से आंखें बिगड़ती हैं।
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Vedic Mantra for getting Good Sleep: सोते समय कितने गायत्री मंत्र/नवकार मंत्र गिने जाएं-‘सूतां सात, उठता आठ’ सोते वक्त सात भय को दूर करने के लिए सात मंत्र गिनें और उठते वक्त आठ कर्मों को दूर करने के लिए आठ मंत्र गिनें।

सात भय : ईह लोक, परलोक, आदान, अकस्मात, वेदना, मरण, अश्लोक (भय)।

Best Sleeping Direction as per Vastu Shastra- दिशा ध्यान : दक्षिण दिशा में पांव रख कर कभी नहीं सोना चाहिए। यम और दुष्ट देवों का निवास है। मस्तिष्क में रक्त का संचार कम हो जाता है, स्मृति-भ्रंश, मौत व असंख्य बीमारियां होती हैं।
पूर्व दिशा में मस्तक रख कर सोने से विद्या की प्राप्ति होती है।
दक्षिण दिशा में मस्तक रख कर सोने से धन लाभ व आरोग्य लाभ होता है।
पश्चिम दिशा में मस्तक रख कर सोने से प्रबल चिंता होती है।
उत्तर दिशा में मस्तक रख कर सोने से मृत्यु और हानि होती है।

Sleeping Habits- अन्य धर्मग्रंथों में शयन विधि में और भी बातें सावधानी के तौर पर बताई गई हैं। विशेष शयन की सावधानियां :
मस्तक और पांव की तरफ दीपक नहीं रखना चाहिए। दीपक बाईं या दाईं ओर कम से कम पांच हाथ दूर होना चाहिए।
सोते समय मस्तक दीवार से कम से कम तीन हाथ दूर होना चाहिए।
संध्याकाल में निद्रा नहीं लेनी चाहिए।
शय्या पर बैठे-बैठे नहीं सोना चाहिए।
द्वार के उभरे/ देहरी/थलेटी/ चौखट पर मस्तक रख कर नहीं सोना चाहिए।
सीने पर हाथ रख कर, छत के बीम के नीचे और पांव पर पांव चढ़ाकर नहीं सोना चाहिए।
सूर्यास्त से पहले नहीं सोना चाहिए।
पांव की ओर शैय्या ऊंची हो तो अशुभ है। केवल चिकित्सा उपचार हेतु छूट है।
शय्या पर बैठकर भोजन करना अशुभ है।
सोते-सोते तम्बाकू नहीं चबाना चाहिए।
ललाट पर तिलक रख कर सोना अशुभ है इसलिए सोते समय तिलक मिटाने को कहा जाता है।
