Edited By Prachi Sharma,Updated: 05 Mar, 2024 11:18 AM
बचपन में सबके साथ इकट्ठे सोते थे खुशी से छत पर लेकिन उस वक्त फोटो लेना याद नहीं रहा। न पानी पूरी की फोटो ली-न बर्फ के गोले की और न आम चूसने की रिकॉर्डिंग
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Smile please: बचपन में सबके साथ इकट्ठे सोते थे खुशी से छत पर लेकिन उस वक्त फोटो लेना याद नहीं रहा। न पानी पूरी की फोटो ली-न बर्फ के गोले की और न आम चूसने की रिकॉर्डिंग ही की पर हर पल की पूरी डिटेल याद है। उस जमाने में तस्वीरें दिल पर बनती थीं।
दुश्मन वह दोस्त होता है जो आपके हर राज को जानता है। आपका स्वभाव ही आपका भाग्य बना देता है। कदम सोच-समझ कर आगे बढ़ाएं। शांति चाहते हो तो शिकायतें करना बंद कर दो। खुद को बदलने की कोशिश करो। आप पूरी दुनिया में कार्पेट तो नहीं बिछा सकते। आप खुद के पैरों में चप्पल पहनना शुरू कर दो।
बुराइयां करने वाला मक्खी की तरह होता है जो सुंदर शरीर छोड़ गंदे जमीन पर ही बैठती है।
(पूर्व राष्ट्रपति डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम)