Edited By Riya bawa,Updated: 06 Feb, 2020 04:07 PM
केरल की 105 वर्षीय परदादी चौथी कक्षा के समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण ...
नई दिल्ली: पढ़ने की कोई उम्र नहीं होती है, आप जिस उम्र में चाहे अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते है बस आपके मन में पढ़ाई पूरी करने का जज्बा होना चाहिए। बचपन से पढ़ने की अपनी ख्वाहिश केरल की भागीरथी अम्मा ने 105 साल की उम्र में पूरा किया है। 105 वर्षीय परदादी चौथी कक्षा के समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण कर देश की सबसे अधिक उम्र वाली विद्यार्थी बन गई हैं। अपने जीवन का शतक पूरा करने वाली भागीरथी अम्मा पिछले वर्ष राज्य साक्षरता अभियान द्वारा कोल्लम में आयोजित परीक्षा में शामिल हुई थी। भागीरथी अम्मा ने राज्य साक्षरता मिशन के तहत चौथे वर्ग के बराबर की परीक्षा में हिस्सा लिया है।
चौथी कक्षा की परीक्षा देने वाली भागीरथी अम्मा शायद दुनिया की सबसे बुजुर्ग छात्रा बन चुकी हैं। इस परीक्षा का परिणाम बुधवार को घोषित किया गया। उन्हें अपनी मां की मौत की वजह से पढ़ाई का सपना बीच में ही छोड़ना पड़ा था क्योंकि मां की मौत के बाद भाई-बहनों की देखरेख की जिम्मेदारी उन पर आ गई थी। इन सभी चीजों से जब वह उबरीं तब तक 30 साल की उम्र में उनके पति की मौत हो गई और फिर छह बच्चों की जिम्मेदारी उन पर आ गई।
अम्मा के 12 पोते-पोतियां और परपोते-परपोतियां हैं। भगीरथी अम्मा केरल राज्य साक्षरता मिशन कार्यक्रम की अभी तक की सबसे बुजुर्ग ''समतुल्य शिक्षार्थी'' बन गईं हैं। गणित में पूर्णांक के साथ उन्होंने कुल 275 अंकों में से 205 अंक हासिल किए हैं।
अम्मा की याद्दाशत है काफी तेज
वसंत कुमार ने बताया कि जब अम्मा 9 साल की थी तो वह 3 कक्षा में थी उस समय उनकी पढ़ाई छूट गई थी। अम्मा याद्दाशत भी काफी तेज है और उन्हें देखने में भी कोई दिक्कत नहीं होती है। वह गा भी काफी अच्छा लेती है।