Edited By Riya bawa,Updated: 24 Jul, 2020 11:07 AM

JEE Main समेत कई एंट्रेंस एग्जाम देने वाले आवेदकों के लिए बहुत अच्छी ख़बर है। सरकार ने एनआईटी और अन्य केंद्रीय रूप से वित्तपोषित तकनीकी संस्थानों में प्रवेश के लिए...
नई दिल्ली- JEE Main समेत कई एंट्रेंस एग्जाम देने वाले आवेदकों के लिए बहुत अच्छी ख़बर है। सरकार ने एनआईटी और अन्य केंद्रीय रूप से वित्तपोषित तकनीकी संस्थानों में प्रवेश के लिए जेईई मेन को उत्तीर्ण करने के अलावा बारहवीं बोर्ड परीक्षा में न्यूनतम 75% अंक पाने की योग्यता को अनिवार्य नहीं माना है। इसके अलावा अगर उम्मीदवार क्वालीफाइंग 20 पर्सेंटाइल के बीच रैंक का नियम भी इस साल नहीं लगेगा।
एडमिशन की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए केंद्र ने छात्रों के हित में यह बड़ा फैसला किया है। IIT में एडमिशन के लिए 12वीं के नंबरों के क्राइटरिया को हटाने के बाद अब केंद्र ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और सभी केंद्रीय रूप से वित्तपोषित तकनीकी संस्थानों (CFTIs) के लिए भी इसका पालन करने का फैसला किया है।
मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिए NITs और CFTIs में एडमिशन के नए क्राइटेरिया और एलिजिबिलिटी के बारे में जानकारी दी है, जिनका पालन इस साल NITs और CFTIs में ग्रेजुएशन कोर्सेस में एडमिशन के लिए किया जाएगा।
यहां देखें ट्वीट

इससे कुछ दिन पहले एचआरडी ने कहा था कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) ने कोरोना महामारी के कारण विभिन्न बोर्डों द्वारा परीक्षाओं को आंशिक तौर पर रद्द करने के मद्देनजर इस साल कक्षा 12 वीं के अंकों के अनुसार प्रवेश मानदंड में कुछ छूट देने का फैसला किया है।