Edited By Sonia Goswami,Updated: 14 Aug, 2018 08:56 AM
असम मोरीगांव जिला प्रशासन ने ये पता चलने के बाद सोमवार को एक शिक्षक को राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के काम से हटा दिया क्योंकि उसे विदेशी न्यायाधिकरण बांग्लादेशी घोषित कर चुका है।
नई दिल्लीः असम मोरीगांव जिला प्रशासन ने ये पता चलने के बाद सोमवार को एक शिक्षक को राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के काम से हटा दिया क्योंकि उसे विदेशी न्यायाधिकरण बांग्लादेशी घोषित कर चुका है।
मोरीगांव के उपायुक्त हेमंत दास ने एक बयान में कहा कि संबंधित सरकारी शिक्षक एनआरसी के अद्यतन के काम में सहयोग कर रहा था और उसे किसी आवेदक को सूची में शामिल करने या उससे बाहर करने का अधिकार प्राप्त है।
दास ने कहा, 'उसे मोरीगांव के विदेशी न्यायाधिकरण ने विदेशी घोषित कर दिया है और अब उसका मामला उच्च न्यायालय में लंबित है, लेकिन बिल्कुल एहतियात बरतते हुए और मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए उसे एनआरसी के काम से तत्काल हटा दिया गया है।'
यहां के कई संगठन इस शिक्षक के मामले पर चिंता प्रकट कर चुके हैं और कहा है कि विदेशी घोषित व्यक्ति कैसे मोरीगांव जिले के कोलमोबारी एनआरसी सेवा केंद्र पर एनआरसी अद्यतन के काम में लगा है।