Edited By Sonia Goswami,Updated: 11 Feb, 2019 04:27 PM
इन दिनों पटना से लगभग 80 किलोमीटर दूर छपरा जिले के हाई स्कूल में एक ऐसी लड़की परीक्षार्थी है,जो अन्य छात्रों के विपरीत परीक्षा देने के लिए बेंच और डेस्क का उपयोग नहीं करती बलकि वह बेडशीट पर बैठ कर अपने पैर की उंगलियों का उपयोग करके परीक्षा पत्र...
एजुकेशन डेस्कः इन दिनों पटना से लगभग 80 किलोमीटर दूर छपरा जिले के हाई स्कूल में एक ऐसी लड़की परीक्षार्थी है,जो अन्य छात्रों के विपरीत परीक्षा देने के लिए बेंच और डेस्क का उपयोग नहीं करती बलकि वह बेडशीट पर बैठ कर अपने पैर की उंगलियों का उपयोग करके परीक्षा पत्र लिखती है।
परीक्षा केंद्र पर पहुंचने वाले हर शख्स की निगाह में अंकिता बहुत ही मेहनती लड़की है जो मुश्किल विज्ञान के सवालों को हल करने में सक्षम है। बता दें व्यवसायी अशोक कुमार गुप्ता की बेटी अंकिता के दोनों हाथ पोलियों से प्रभावित हैं बावजूद इसके उसने अपने आप को पढ़ाई से दूर नहीं रखा।
उसके परिजनों ने बताया कि 2002 में जब वह एक साल की थी तो वह मेनिन्जाइटिस से पीड़ित हो गई। जिसके बाद उसे 35 दिनों के लिए पटना मैडीकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल से
छुट्टी मिलने के बाद उसके दोनों हाथ बेकार हो गए।
हालांकि अंकिता ने अपनी पढ़ाई जारी रखी। उसने इंटर में भौतिकी, गणित, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान लिया है। कक्षा एक के बाद से वह अपनी पढ़ाई में बहुत अच्छी रही और स्कूल में हमेशा समय की
पाबंद रही। वह अपने पैर की उंगलियों का इस्तेमाल करते हुए इतने तरीके से लिखती हैं कि हाथ का इस्तेमाल करने वालों को आश्चर्य होगा।
उमा पांडे जिनके पास अंकिता अभ्यास करती है का कहना है कि अंकिता ने मैट्रिक की परीक्षा में 70% स्कोर किया। “हालांकि, उसे अपनी पढ़ाई को आगे बढ़ाने के लिए बिहार सरकार से कोई अतिरिक्त वित्तीय मदद नहीं मिली। अंकिता के चाचा श्याम इसका श्रेय मनोज पांडे को देते हैं, जो हरपुर बाज़ार में एक कोचिंग सेंटर चलाते हैं। “पांडे कक्षा 6 से ही उसे पढ़ा रहे थे। उन्होंने अंकिता को लिखना सिखाने के लिए पैर की उंगलियों का इस्तेमाल करना सिखाया। उन्होंने एक पैसा भी चार्ज नहीं किया है। पांडे ने अंकिता की सराहना करते हुए कहा, “वह सभी विषयों में अच्छी है। श्याम ने कहा कि वह अपनी पढ़ाई के लिए 12-14 घंटे बैठ सकते हैं।