Edited By Sonia Goswami,Updated: 21 Nov, 2018 03:00 PM
निदेशालय ने हर माह भेजे जाने वाली आपराधिक मामलों की रिपोर्ट न भेजने पर प्रदेश के चार जिलों के शिक्षा उपनिदेशकों को कड़ी फटकार लगाई है। इनमें बिलासपुर, कुल्लू, चंबा, काजा (लाहौल स्पीति) के उपनिदेशक शामिल हैं।
नई दिल्लीः निदेशालय ने हर माह भेजे जाने वाली आपराधिक मामलों की रिपोर्ट न भेजने पर प्रदेश के चार जिलों के शिक्षा उपनिदेशकों को कड़ी फटकार लगाई है। इनमें बिलासपुर, कुल्लू, चंबा, काजा (लाहौल स्पीति) के उपनिदेशक शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार प्रदेश के कई शिक्षा उपनिदेशक हर महीने की पांच तारीख से पहले-पहले भेजे जाने वाली आपराधिक मामलों की रिपोर्ट देने में लापरवाही बरत रहे हैं। जिससे शिक्षा निदेशालय ने नाराजगी व्यक्त की है।
जानकारी के अनुसार इस आपराधिक रिपोर्ट के अनुसार शिक्षा उपनिदेशकों को उन सभी शिक्षकों की पूरी जानकारी देनी होती है, जिन शिक्षकों पर पोक्सो एक्ट में पंजीकृत यौन उत्पीडन करने, यौन शोषण करने, शारीरिक छेड़छाड़ और रेप सहित अन्य केस चल रहे हैं।
लेकिन शिक्षा उपनिदेशकों की ओर से मासिक रिपोर्ट न देने से निदेशालय ने सख्त निर्देश जारी किए हैं कि अगर भविष्य में किसी भी उपनिदेशक की ओर से इस प्रकार की लापरवाही बरती गई तो उनके खिलाफ निदेशालय की ओर से सख्त से सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
उच्चतर शिक्षा निदेशक अमरजीत सिंह ने बताया कि इस कार्य की जिम्मेदारी शिक्षा संयुक्त निदेशक को दी गई है। वहीं, उन्होंने इस संबंध में चिह्नित उपनिदेशकों को निर्देश जारी किए हैं। इसके साथ निर्देशों के बाद भी रिपोर्ट न भेजने वाले शिक्षा उपनिदेशकों पर सख्त विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।