Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Jul, 2018 05:17 PM
यूनेस्को के कार्यकारी बोर्ड में भारत के प्रतिनिधि प्रो. जेएस राजपूत का कहना है कि राज्यों की सरकारें अपने सरकारी स्कूलों को समयबद्ध रूप से नवोदय विद्यालय
नई दिल्ली : यूनेस्को के कार्यकारी बोर्ड में भारत के प्रतिनिधि प्रो. जेएस राजपूत का कहना है कि राज्यों की सरकारें अपने सरकारी स्कूलों को समयबद्ध रूप से नवोदय विद्यालय और केंद्रीय विद्यालय के स्तर तक ले आएं, तो इससे बड़ा सुधार कोई और नहीं हो सकता है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में सुधार का रास्ता गांव के प्राथमिक स्कूलों से होकर निकलता है। जितने भी देशों ने तरक्की की है, उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पर विशेष रूप से ध्यान दिया। उन्होंने कहा कि कुछ विकासशील देशों ने पश्चिमी देशों के विकास मॉडल की नकल कर अपनी व्यवस्था को नष्ट होने की कगार पर पहुंचाया। इसे ध्यान में रखने की जरूरत है। एनसीईआरटी के पूर्व अध्यक्ष रहे राजपूत ने रविवार को कहा कि शिक्षा नीति में परिवर्तन के समय मुख्य रूप से भौतिक संसाधनों की कमी, अध्यापकों की कम संख्या, एक लचर व्यवस्था, शैक्षिक नेतृत्व का अभाव इत्यादि को लेकर चर्चा होती है। इन पर खास बदलाव करने की जरूरत है।