Edited By rajesh kumar,Updated: 12 Jun, 2021 02:20 PM
जवाहरनेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) प्रशासन ने शुक्रवार को विद्यार्थियों को पुस्तकालय को खाली करने का निर्देश दिया जिसपर उन्होंने ‘अवैध तरीके से कब्जा’’ किया है।
एजुकेशन डेस्क: जवाहरनेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) प्रशासन ने शुक्रवार को विद्यार्थियों को पुस्तकालय को खाली करने का निर्देश दिया जिसपर उन्होंने ‘अवैध तरीके से कब्जा’’ किया है। इससे एक दिन पहले ही विश्वविद्यालय ने संस्थान में तोड़फोड़ करने और कर्मचारियों के साथ झड़प करने का आरोप लगाते हुए इन विद्यार्थियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
विश्वविद्यालय ने आरोप लगाया कि विद्यार्थियों ने डॉ.बीआर अम्बेडकर केंद्रीय पुस्तकालय पर कब्जा कर लिया है। पुलिस ने बृहस्पतिवार को कहा था कि विश्वविद्यालय की शिकायत पर उसने प्राथमिकी दर्ज कर ली है। विश्वविद्यालय ने बयान में कहा, ‘जिन विद्यार्थियों ने अवैध तरीके से अध्ययन कक्षों पर कब्जा किया है उन्हें सलाह एवं निर्देश दिया जाता है कि वे तुरंत उन्हें खाली कर दें। इससे पुस्तकालय को दोबारा खोलने और पुस्तकालय की सेवाएं बहाल करने में मदद मिलेगी।’
इसमें कहा गया, ‘बातचीत के बाद, सरकार के आदेशों और विद्यार्थी समुदाय के अकादमिक हित को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने जल्द डॉ. बीआर अम्बेडकर केंद्रीय पुस्तकालय को खोलने के लिए उचित कदम उठाने का फैसला किया है।’ गौरतलब है कि जेएनयू छात्र संघ ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया था कि जेएनयू की ई-लाइब्रेरी और वेबसाइट के जरिये किताबें पढ़ने की सुविधा कई महीनों से बंद है।