Edited By pooja,Updated: 28 Nov, 2018 12:41 PM
पंजाब सरकार की नालायकी के कारण राज्य भर के सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले विद्यार्थी ठंड में ठिठुरने को मजबूर हैं। सरकार द्वारा सर्दियां शुरू होने के बावजूद विद्यार्थियों के लिए गर्म वर्दियां
अमृतसर (दलजीत) : पंजाब सरकार की नालायकी के कारण राज्य भर के सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले विद्यार्थी ठंड में ठिठुरने को मजबूर हैं। सरकार द्वारा सर्दियां शुरू होने के बावजूद विद्यार्थियों के लिए गर्म वर्दियां खरीदने संबंधी सरकारी ग्रांट जारी नहीं की गई है, जिस कारण बिना गर्म वर्दियों से स्कूल आ रहे विद्यार्थी खांसी, जुकाम, बुखार आदि बीमारियों का शिकार हो रहे हैं।
जानकारी के अनुसार पंजाब सरकार की तरफ से सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत हर वर्ष सरकारी स्कूलों में पहली से 8वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए गर्म वॢदयों संबंधी विशेष ग्रांट जारी की जाती थी। सरकार द्वारा प्रति विद्यार्थी बूट, जुराबों, जर्सी, कमीज, पैंट, पटका तथा लड़कियों के लिए सलवार-कमीज, दुपट्टा आदि हेतु 400 रुपए कीमत निर्धारित की गई थी। महंगाई के चलते सरकार द्वारा अब 600 रुपए के करीब प्रति विद्यार्थी गर्म वर्दियां देने के बारे में सोचा जा रहा था। सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले ज्यादातर विद्यार्थी गरीब परिवारों के साथ संबंध रखते हैं। ऐसे परिवार सरकारी स्कीमों पर ही निर्भर रहते हैं। ठंड पिछले 20 दिन से शुरू है। पंजाब में ठंड ने एकदम ही जोर पकड़ लिया है।
‘पंजाब केसरी’ की टीम द्वारा आज कई सरकारी स्कूलों का जब दौरा किया गया तो देखा गया कि कई एलीमैंट्री स्कूलों में बिना गर्म वर्दियों के कारण सैंकड़ों बच्चे आधी बाजू की कमीजें डालकर आए हुए थे। इसके अलावा कई विद्यार्थी चप्पल और कई बिना चप्पलों से स्कूल में पढ़ रहे थे। ज्यादातर विद्यार्थी खांसी, जुकाम, बुखार आदि बीमारियों की जकड़ में आए हुए थे। कई अध्यापकों ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि सरकार की तरफ से गर्म वॢदयों की ग्रांट न भेजने के कारण विद्यार्थी ठंड में ठिठुर रहे हैं। बीमारी की जकड़ में होने के कारण उनकी हालत कई बार देखी नहीं जाती। सरकार की नालायकी के कारण उनको समाज सेवक जत्थेबंदियों पर निर्भर होना पड़ रहा है ताकि उनके बच्चों को कोई भी आकर गर्म वॢदयां दे जाए।