Edited By Sonia Goswami,Updated: 23 Aug, 2018 09:34 AM
जो छात्र अगले साल सेंट्रल बोर्ड ऑफ सैकेंडरी एजुकेशन बोर्ड (सीबीएसई) की परीक्षाएं देने वाले हैं, उनके लिए एक जरूरी खबर है। दरअसल सीबीएसई 2019-20 से 10वीं और 12वीं क्लास के प्रश्नपत्र में बड़ा फेरबदल करने जा रहा है। सीबीएसई की इस रीवैंप (पुनर्निमाण)...
नई दिल्लीः जो छात्र अगले साल सेंट्रल बोर्ड ऑफ सैकेंडरी एजुकेशन बोर्ड (सीबीएसई) की परीक्षाएं देने वाले हैं, उनके लिए एक जरूरी खबर है। दरअसल सीबीएसई 2019-20 से 10वीं और 12वीं क्लास के प्रश्नपत्र में बड़ा फेरबदल करने जा रहा है। सीबीएसई की इस रीवैंप (पुनर्निमाण) प्रक्रिया में वोकेशनल सब्जेक्ट के टेस्ट पैटर्न और रिजल्ट घोषित करने की प्रकिया पर भी फैसला लिया जाएगा।
सीबीएसई के अधिकारियों ने कहा कि नए एग्जाम का पैटर्न छात्रों की विश्लेषणात्मक क्षमता को टेस्ट करेगा। इससे विषयों को रटने की प्रोसेस पर भी लगाम लगेगी। नाम न बताने की शर्त पर मानव संसाधन मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, 'बदले हुए क्वेस्चन पेपर प्रॉब्लम सॉल्विंग मोड के होंगे। 1 से 5 मार्क्स के छोटे प्रश्न ज़्यादा होंगे। ज़्यादा फोकस इस बात पर होगा कि छात्रों की लर्निंग प्रॉसेस और उनकी सोचने की क्षमता का आकलन किया जा सके ताकि उनका मानसिक विकास सही स्तर पर हो। कोशिश रहेगी कि छात्रों को रटकर ज़्यादा नंबर लाने की प्रक्रिया पर पाबंदी लगे।'
इस सिलसिले में सीबीएसई ने नई गाइडलाइन्स (CBSE bylaws) मंत्रालय को सौंप दी हैं, जिसके मुताबिक, स्कूलों के अफिलिएशन और नवीनीकरण के दौरान फोकस संस्थानों की अकैडमिक गुणवत्ता पर होगा। स्कूलों में बुनियादी ढांचे के निरीक्षण के लिए, बोर्ड मान्यता प्राप्त अधिकारियों की रिपोर्ट पर निर्भर रहेगा।
अधिकारी ने आगे बताया कि इस प्रपोजल में अभी 3-4 महीने का और वक्त लग जाएगा, लेकिन बोर्ड ने अगले सत्र (2019-20) के लिए 10वीं और 12वीं क्लास के प्रश्नपत्र पैटर्न में बदलाव करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।