Edited By Riya bawa,Updated: 22 Dec, 2019 12:11 PM
देश भर के कई विश्वविद्यालय में छात्र लगातार कई दिनों से एनआरसी और सीएए के विरोध प्रदर्शन कर रहे ...
नई दिल्ली: देश भर के कई विश्वविद्यालय में छात्र लगातार कई दिनों से एनआरसी और सीएए के विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि प्रदर्शन हम अपने हक के लिए कर रहे हैं, लेकिन इसके साथ हमारा पढ़ाई का भी काफी नुकसान हो रहा है। कई सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे छात्रों का कहना है कि प्री की परीक्षाएं निकल चुकी हैं। मेंस परीक्षा दी है। हम लोग इंटरव्यू की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन प्रदर्शन के कारण और रविवार को जामिया की लाइब्रेरी में हुई घटना की वजह से पढ़ाई पूरी तरह से ठप है।
जामिया कैंपस में छुट्टी होने के बाद भी कई छात्र लाइब्रेरी में बैठकर पढ़ते रहते थे, लेकिन अभी की जो हालात है ऐसे कैंपस के अंदर ही नहीं जाने दिया जा रहा है। लाइब्रेरी पुरी तरह से बंद है। हम लोग अभी मानसिक रूप से भी पढ़ाई के लिए तैयार नहीं हैं क्योंकि रविवार के दिन लाइब्रेरी में बैठकर पढ़ रहे थे हमें प्रोटेस्ट से कोई लेना देना नहीं था। यूपीएसी मेंस का एक सप्ताह बाद रिजल्ट आने वाला है।
अगर मैंस में हो जाता है तो इंटरव्यू कैसे देंगे नहीं पता। वहीं एक दुसरे छात्र का कहना है कि मुझे लगता है कि इंटरव्यू में ज्यादातर सवाल करेंट मुद्दे पर पूछा जाता है तो इस प्रदर्शन का हिस्सा बनकर हम एक अगल अनुभव कर रहे हैं और इसे अच्छे से बता पाएंगे। नाम ना बताते हुए जामिया के एक छात्र ने कहा कि सेक्युलरिज्म सिर्फ किताब में ही पढ़कर नहीं बल्कि हमलोग इसे ग्राउंड पर देख रहे हैं। एक यूपीएसी के छात्र होने के नाते यह अगर इंटरव्यू में आता है तो इस तरह के मूवमेंट को आंखों से देखना बुहत जरूरी होता है। ऐसे में मैं इस प्रदर्शन का हिस्सा हूं।