Edited By bharti,Updated: 14 Jun, 2019 01:04 PM
आईआईटी रुड़की की ओर से आयोजित की गई जेईई एडंवास परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है। इस बार महाराष्ट्र के कार्तिकेय...
नई दिल्ली : आईआईटी रुड़की की ओर से आयोजित की गई जेईई एडंवास परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है। इस बार महाराष्ट्र के कार्तिकेय गुप्ता ने 360 में से 337 अंक हासिल करके देशभर में पहला स्थान पाया है। वहीं दूसरे स्थान पर हिमांशु सिंह हैं और ऑल इंडिया तीसरे रैंक पर अर्चित बुबना हैं जो नई दिल्ली से हैं। 17 साल के कार्तिकेय महाराष्ट्र के चंद्रपुर क्षेत्र के हैं और उनके पिता चंद्रेश गुप्ता पेपर इंडस्ट्री में मैनेजर हैं, जबकि मां पूनम गुप्ता हाउस वाइफ हैं। जेईई एडवांस्ड में कुल 161319 स्टूडेंट्स बैठे थे। 38705 स्टूडेंट्स ने परीक्षा पास की है। इनमें से 5356 लड़कियां हैं।
मीडिया को दिए अपने इंटरव्यू में कार्तिकेय ने बताया कि वह कोटा के एलेन करियर इस्टीट्यूट से पढ़ाई के स्टू़डेंट है। उन्होंने कहा कि मुझे अच्छे परिणाम की उम्मीद थी, लेकिन ऑल इंडिया में टॉप करना बड़ी बात है। मैं पढ़ाई के दौरान खुद को शांत रखने की कोशिश करता था। क्लास के बाद 6 से 7 घंटे सेल्फ स्टडी भी करता था। इससे पहले जेईई मेंस परीक्षा में भी 100 पर्सेंटाइल स्कोर हासिल कर कार्तिकेय ने ऑल इंडिया 18वीं रैंक हासिल की थी। कार्तिकेय ने इसी साल 12वीं की परीक्षा 93.7 प्रतिशत अंकों के साथ उत्त्तीर्ण की है।
दिमाग में डाउट्स नहीं रखें
कार्तिकेय कहते हैं कि जेईई की तैयारी का सबसे बड़ा फॉर्मूला यह है कि दिमाग में डाउट्स मत रखिए। क्योंकि, अगर आपने डाउट्स क्लीयर नहीं किए तो वह आगे और समस्या बढ़ाएंगे। इसलिए, हर सब्जेक्ट का डाउट्स क्लीयर करने के बाद ही मैं रात को सोता था।
शांत दिमाग से करें तैयारी
कार्तिकेय अपनी सक्सेस का मंत्र शांत दिमाग से की गई तैयारी को देते हैं। वह कहते हैं- मैं स्टूडेंट्स से कहना चाहूंगा कि लक्ष्य प्राप्ति के लिए शांत दिमाग रखकर तैयारी करें। क्योंकि, आपका मुकाबला खुद से है। पढ़ाई को एंजॉय करें। जो भी विषय पढ़े, उसे मन से पढ़ें। एग्जाम की तैयारी को लेकर बिल्कुल पैनिक मत होइए
सोशल मीडिया से दूरी, कीपैड का फोन
कार्तिकेय ने तैयारी के दौरान सोशल मीडिया से दूरी बनाकर रखी। वह कहते हैं कि सोशल मीडिया के इस्तेमाल में वक्त बर्बाद न हो, इसलिए मैं कीपैड वाला फोन इस्तेमाल करता था। क्योंकि, स्मार्ट फोन दिन के कई घंटे बर्बाद कर देता है और आपको इसका पता ही नहीं चलता है।
कार्तिकेय के आदर्श हैं महान गणितज्ञ
महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन को कार्तिकेय अपना आदर्श मानते हैं। वह कहते हैं कि बेहद कम संसाधनों व सुविधाओं में गणित विषय के लिए उनका योगदान शानदार था। आईआईटी मुम्बई की सीएस ब्रांच से इंजीनियरिंग कार्तिकेय का सपना था, जो अब पूरा होने जा रहा है।