Edited By Riya bawa,Updated: 20 Aug, 2019 01:03 PM
हर किसी का बचपन किसी न किसी मामले ...
नई दिल्ली: हर किसी का बचपन किसी न किसी मामले में बहुत खास होता है लेकिन बचपन की ऐसी बहुत छोटी-छोटी यादें होती है जिसको लोग भूले नहीं भूल पाते। आज तक आपने भी अपने बचपन की कई चीज़े संभालकर रखी होंगी जिसे आप जिंदगी भर संभालकर रखना चाहते हैं। एक ऐसी चीज़ है जो व्यक्ति के साथ हर दम किसी न किसी समय अक्सर साथ रहती है,जो सभी को याद रहती है वो है बॉल पेन।
अक्सर लोग ऑफिस, स्कूल, कॉलेज में बॉल पेन का इस्तेमाल करते है और बहुत बार लोग इसे खो भी देते हैं। बचपन में पेंसिल के इस्तेमाल करने के बाद पेन का यूज किए जाता है होमवर्क करने के लिए बच्चों को अक्सर बॉल पेन दिया जाता है लेकिन क्या कभी किसी ने सोचा है कि इस बॉलपेन के ढक्कन में ऊपर की तरफ छोटा सा छेद क्यों होता है?
बचपन में तो सभी ने पेन के ढक्कन से सीटी तो जरूर ही बजाई होगी लेकिन बॉलपेन के ढक्कन में छेद होने के पीछे की असली वजह बहुत कम लोगों को ही पता होती है। आइए जानते है पेन के दक्क्न के पीछे छोटा छेद क्यों होता है -
ये हैं वजह
-अक्सर बच्चे हो या बड़े जब काम करते है या लिखते समय पेन के ढक्कन को मुंह में डाल लेते हैं और कभी-कभी उसे गलती से निगल भी लेते हैं, ऐसी स्थिती में ये ढक्कन अंदर जाकर सांस नली में फंस जाता है।
-पेन के ढक्कन में अच्छी चीज यह है कि ढक्कन में छेद होने पर उससे सांस का प्रवाह होता रहता है और सांस रुक नहीं पाती है। अगर यह छेद न हो तो ढक्कन के गले में फंसने से किसी की भी मौत हो सकती है। इस वजह से पेन कंपनिया बॉलपेन के ढक्कन में छेद कर देती हैं ताकि ये गले में फंसने के बाद सांस का प्रवाह ना रोक सके। एक रिसर्च के मुताबिक अमेरिका में हर साल इसी के चलते 100 बच्चों की मौत होती है। इसी को ध्यान में रख कर पेन कंपनियों ने बॉलपेन के ढक्कन में छेद करते हैं।