Edited By PTI News Agency,Updated: 27 Jul, 2022 07:38 PM
पणजी, 27 जुलाई (भाषा) गोवा के क्षेत्रीय अस्पतालों में काम करने वाले सरकारी डॉक्टर यदि रोगियों को अनावश्यक रूप से पणजी में गोवा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (जीएमसीएच) भेजते हैं तो उन्हें कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। राज्य के स्वास्थ्य...
पणजी, 27 जुलाई (भाषा) गोवा के क्षेत्रीय अस्पतालों में काम करने वाले सरकारी डॉक्टर यदि रोगियों को अनावश्यक रूप से पणजी में गोवा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (जीएमसीएच) भेजते हैं तो उन्हें कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने बुधवार को यह चेतावनी दी।
मंत्री ने चेतावनी का उद्देश्य बम्बोलिम इलाके में स्थित जीएमसीएच में रोगियों की आमद को कम करना बताया है। यहां जारी एक बयान में राणे ने कहा कि जीएमसीएच का जल्द ही मेडिकल ऑडिट किया जाएगा।
मंत्री ने जीएमसीएच का दौरा करने के एक दिन बाद उनका यह बयान आया है। अपने दौरे के दौरान उन्होंने रोगियों से भरे वार्ड और फर्श पर सो रहे कुछ बीमारों को देखा था।
राणे ने जीएमसीएच के अधिकारियों से कुछ मरीजों को अस्पताल परिसर के नजदीकी सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक में स्थानांतरित करने को कहा था।
मंत्री ने बयान में कहा, ''जीएमसीएच का सर्वोच्च प्राथमिकता पर मेडिकल ऑडिट किया जाएगा।''
उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय स्वास्थ्य केंद्रों और उप-जिला अस्पतालों में आवश्यक प्रोटोकॉल के साथ इलाज की सुविधा होने पर भी यदि रोगियों को जीएमसीएच भेजा गया तो सरकारी डॉक्टरों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
मंत्री ने कहा, “स्वास्थ्य सचिव को इस संबंध में आवश्यक निर्देश दिए गए हैं और उनके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।”
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