Edited By Sonia Goswami,Updated: 04 Sep, 2018 02:06 PM
‘धूम्रपान करना सेहत के लिए नुकसानदेह है। धूम्रपान करने से कैंसर होता है। धूम्रपान जानलेवा है’। हालांकि, तम्बाकू के सेवन से सेहत को होने वाले से नुकसान से हम अच्छी तरह वाकिफ हैं और चारो तरफ इसे लेकर इतनी जागरूकता होने के बावजूद भी ज्यादातर लोगों को...
‘धूम्रपान करना सेहत के लिए नुकसानदेह है। धूम्रपान करने से कैंसर होता है। धूम्रपान जानलेवा है’। हालांकि, तम्बाकू के सेवन से सेहत को होने वाले से नुकसान से हम अच्छी तरह वाकिफ हैं और चारो तरफ इसे लेकर इतनी जागरूकता होने के बावजूद भी ज्यादातर लोगों को धूम्रपान की आदत से छुटकारा पाना एक मुश्किल काम लगता है। शायद इसीलिए, अब वह समय आ गया है कि अपने बच्चों की खातिर इन सेहत संबंधी चेतावनी को एक अलग नज़रिए से समझा जाए।
‘सैकंडहैण्ड टोबैको स्मोक (एस.एच.एस.) या ‘अन्य लोगों के बीड़ी, सिगरेट पीने से होने वाले धुंए का सेवन’ बच्चों की अचानक होने वाली मौत की सबसे बड़ी वजह होता है। बच्चों के आस-पास धूम्रपान करने से जो धुआं उनके अन्दर जाता है, वह उनके फेफड़ों में कभी खत्म न होने वाला संक्रमण देता है। या उनके बौद्धिक विकास को रोक सकता है। इसके अलावा बच्चों पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है आप वीडियो में देख सकते हैं।