Edited By Tanuja,Updated: 06 Mar, 2024 01:03 PM
पाकिस्तान में अल्पसंख्यक, विशेषकर अहमदी, बहुत असुरक्षित हैं और उन्हें अक्सर धार्मिक चरमपंथियों द्वारा निशाना बनाया जाता है। पाकिस्तान के पंजाब...
पेशावरः पाकिस्तान में अल्पसंख्यक, विशेषकर अहमदी, बहुत असुरक्षित हैं और उन्हें अक्सर धार्मिक चरमपंथियों द्वारा निशाना बनाया जाता है। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में सोमवार को अल्पसंख्यक अहमदी समुदाय के एक सदस्य की गोली मारकर हत्या कर दी गई । 53 वर्षीय ताहिर इकबाल लाहौर से लगभग 400 किलोमीटर दूर बहावलपुर के चक-84 हासिलपुर में अपने आवास के पास सुबह की सैरकर रहे थे, तभी दो अज्ञात लोगों ने उन्हें रोका और उन पर गोलियां चला दीं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
हमलावर बाइक से भागने में सफल रहे,'' संबंधित पुलिस अधिकारी सैयद अब्बास ने कहा और इस बात की जांच शुरू कर दी गई है कि क्या इकबाल को उसकी आस्था के कारण या किसी अन्य कारण से गोली मारी गई थी। पीड़ित अहमदी समुदाय का स्थानीय अध्यक्ष था। जमात-ए-अहमदिया पाकिस्तान के अधिकारी अमीर महमूद ने बताया, ''पाकिस्तान में अहमदी समुदाय के खिलाफ नफरत की लहर है क्योंकि चरमपंथी तत्व अहमदियों को मौत के घाट उतार रहे हैं।'' उन्होंने कहा कि अहमदी समुदाय संबंधित अधिकारियों से उचित कार्रवाई करने का अनुरोध करता है अन्यथा इस नफरत के कारण ऐसी क्षति हो सकती है जिसकी भरपाई संभव नहीं है।
उन्होंने कहा, "त्वरित कार्रवाई करने की आवश्यकता है और हम अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों के रूप में मांग करते हैं कि इस जघन्य कृत्य में शामिल दोषियों को कानून के अनुसार दंडित किया जाना चाहिए और राज्य को कार्रवाई करनी चाहिए ताकि ये अत्याचार रुक सकें।" बता दें कि पिछले साल, देश में अहमदी अल्पसंख्यक समुदाय के 40 से अधिक पूजा स्थलों पर ज्यादातर कट्टरपंथी इस्लामवादियों - तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) - कार्यकर्ताओं द्वारा हमला किया गया था।