Edited By Pardeep,Updated: 24 Aug, 2025 05:37 AM

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ने आधुनिक चिकित्सा में एक क्रांति ला दी है और इसका ताजा उदाहरण है ब्रिटेन की रहने वाली सारा एज़ेकील की कहानी, जो एक दुर्लभ बीमारी मोटर न्यूरॉन डिज़ीज़ (MND) से जूझ रही हैं।
इंटरनेशनल डेस्कः आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ने आधुनिक चिकित्सा में एक क्रांति ला दी है और इसका ताजा उदाहरण है ब्रिटेन की रहने वाली सारा एज़ेकील की कहानी, जो एक दुर्लभ बीमारी मोटर न्यूरॉन डिज़ीज़ (MND) से जूझ रही हैं। इस बीमारी के चलते उन्होंने लगभग 25 साल पहले अपनी बोलने की क्षमता खो दी थी। लेकिन अब एक बेहद छोटी और कमजोर क्वालिटी की 8 सेकंड की होम वीडियो क्लिप और उन्नत AI तकनीक के जरिए सारा अपनी असली आवाज़ में बोल पा रही हैं।
क्या है मोटर न्यूरॉन डिज़ीज़ (MND)?
MND एक ऐसी प्रोग्रेसिव न्यूरोलॉजिकल बीमारी है, जिसमें दिमाग और रीढ़ की हड्डी से जुड़ी नसें धीरे-धीरे काम करना बंद कर देती हैं। इससे मांसपेशियों में कमजोरी आती है और अंततः मरीज़ बोलने, चलने, निगलने तक में असमर्थ हो जाता है।
सारा को यह बीमारी 34 वर्ष की उम्र में हुई थी, जब वह अपने दूसरे बच्चे के साथ गर्भवती थीं। धीरे-धीरे उन्होंने अपनी आवाज खो दी और फिर उन्हें स्पीच सिंथेसाइज़र की मदद से बात करनी पड़ी लेकिन वह आवाज बिल्कुल रोबोटिक और बेजान होती थी, जिससे सारा को कभी संतोष नहीं हुआ।
AI ने कैसे किया चमत्कार?
ब्रिटेन की एक टेक कंपनी Smartbox के वॉइस इंजीनियर साइमन पूल ने इस मिशन को हाथ में लिया। शुरुआत में उन्हें लगा कि यह काम मुश्किल है क्योंकि आमतौर पर आवाज़ क्लोन करने के लिए कम से कम 30-60 मिनट की हाई-क्वालिटी रिकॉर्डिंग चाहिए होती है। लेकिन सारा के पास केवल एक पुरानी VHS टेप से मिली 8 सेकंड की ऑडियो क्लिप थी, वो भी बहुत कमज़ोर क्वालिटी की जिसमें बैकग्राउंड में टीवी की आवाज़ भी थी।
साइमन ने हार नहीं मानी और अमेरिका की AI वॉइस क्लोनिंग कंपनी ElevenLabs की मदद ली। इस तकनीक की खास बात यह है कि यह बहुत ही कम ऑडियो डेटा से भी किसी की प्राकृतिक आवाज़ को वास्तविक स्वरूप में तैयार कर सकती है।
-
सबसे पहले, उन्होंने AI टूल्स की मदद से उस 8 सेकंड की क्लिप से शुद्ध आवाज निकाली।
-
फिर एक और AI मॉडल का उपयोग कर खाली हिस्सों को भरते हुए सारा की आवाज़ का एक फुल वर्जन तैयार किया।
-
तैयार की गई आवाज़ में न सिर्फ़ लंदन का स्थानीय लहजा (Cockney Accent) था, बल्कि सारा की वह हल्की तुतलाहट (lisp) भी शामिल थी — जिसे वो कभी नापसंद करती थीं लेकिन अब उनके लिए वो पहचान बन गई।
सारा की प्रतिक्रिया: "मैं सुनते ही रो पड़ी"
जब सारा ने पहली बार अपने AI द्वारा पुनर्निर्मित आवाज़ को सुना, तो वह बेहद भावुक हो गईं। उन्होंने कहा: “यह मेरी अपनी आवाज़ थी… मैं इसे सुनते ही लगभग रो पड़ी। मुझे लगा जैसे मेरी पहचान मुझे वापस मिल गई।”
उनके बच्चों — अवीवा और एरिक, जिन्होंने अपनी मां की असली आवाज़ कभी सुनी ही नहीं थी, भी यह सुनकर हैरान और भावुक हो उठे। अवीवा ने कहा, “ये बहुत खास था… हम हमेशा सोचते थे कि मम्मी की असली आवाज कैसी होगी — अब हमने सुन ली।”
एरिक ने कहा, “अब हम मम्मी की बातों में उनके इमोशंस भी महसूस कर पाते हैं — गुस्सा, खुशी, प्यार… सब कुछ।”