Edited By Tanuja,Updated: 18 Feb, 2024 11:30 AM
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पिछले साल नयी दिल्ली में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान अफ्रीकी संघ को दुनिया के सबसे अमीर एवं सबसे..
बीजिंग: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पिछले साल नयी दिल्ली में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान अफ्रीकी संघ को दुनिया के सबसे अमीर एवं सबसे शक्तिशाली देशों के संगठन में शामिल किए जाने की शनिवार को सराहना की और कहा कि इससे वैश्विक व्यवस्था में अफ्रीका का प्रतिनिधित्व बढ़ा है और अपनी बात रखने की उसकी क्षमता बढ़ती है। शी ने 37वें अफ्रीकी संघ (AU) शिखर सम्मेलन के लिए अपने बधाई संदेश में कहा कि एयू एकता के माध्यम से ताकत हासिल करने और एकीकरण के साथ-साथ मुक्त व्यापार क्षेत्रों के निर्माण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अफ्रीकी देशों को साथ लाता है।
शी ने कहा कि जी20 में एयू के शामिल होने से वैश्विक व्यवस्था में अफ्रीका का प्रतिनिधित्व बढ़ा है और अपनी बात रखने की उसकी क्षमता बढ़ी है जिसके लिए चीन उसे हार्दिक बधाई देता है। अफ्रीकी संघ के राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों की बैठक का 37वां आम सत्र शनिवार को इथियोपिया की राजधानी अदीस अबाबा स्थित एयू मुख्यालय में शुरू हुआ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नयी दिल्ली में पिछले साल आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन में 55 देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले एयू को दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के समूह में शामिल किए जाने का प्रस्ताव रखा था जिसे सभी सदस्य देशों ने स्वीकार किया था।
अफ्रीकी संघ को शामिल किया जाना भारत की जी20 की अध्यक्षता की बड़ी कूटनीतिक उपलब्धि रही। जी20 की स्थापना 1999 में की गई थी जिसमें अफ्रीकी संघ के अलावा भारत, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं।