Edited By Pardeep,Updated: 26 May, 2018 09:36 PM
चीन और बुर्किना फासो ने कूटनीतिक संबंधों को बहाल करने के लिए शनिवार को एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। पश्चिम अफ्रीकी देश द्वारा ताईवान से संबंध तोडऩे के बाद दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध स्थापित हुए हैं जो ताईवान को अलग - थलग करने के बीजिंग के...
बीजिंग: चीन और बुर्किना फासो ने कूटनीतिक संबंधों को बहाल करने के लिए शनिवार को एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। पश्चिम अफ्रीकी देश द्वारा ताईवान से संबंध तोडऩे के बाद दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध स्थापित हुए हैं जो ताईवान को अलग - थलग करने के बीजिंग के प्रयास की एक और जीत है।
चीन के विदेश मंत्री वांग यी और उनके समकक्ष अल्फा बैरी ने बीजिंग में संबंध स्थापित करने के समझौते पर हस्ताक्षर किए। बुर्किना फासो ने वृहस्पतिवार को ताईवान से संबंध तोड़ लिए थे और एक महीने के अंदर ऐसा करने वाला दूसरा देश बन गया। ताईवान के दुनिया भर में अब केवल 18 देशों के साथ राजनयिक संबंध हैं। समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद वांग ने कहा , ‘‘ दुनिया में केवल एक चीन है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ बुर्किना फासो की सरकार समय के अनुकूल चल रही है और उसने सही राजनीतिक निर्णय किया है।’’ अफ्रीका में ताईवान का एकमात्र सहयोगी देश स्वाजीलैंड बचा है। वांग ने कहा, ‘‘ अफ्रीका में अब केवल एक देश है जिसके साथ हमारे संबंध अभी तक स्थापित नहीं हुए हैं।’’ चीन ताईवान को अब भी अपना प्रांत मानता है जिसे जरूरत पडऩे पर बलपूर्वक मुख्य भूमि के साथ जोडऩे की वकालत करता है।