Edited By Tanuja,Updated: 05 Nov, 2019 11:49 AM
दुनिया पर दबदबा बढ़ाने के लिए चीन जहां अपनी जल-थल व वायू सेनाओं का विस्तार कर रहा है वहीं अंतरिक्ष में भी नए आयाम हासिल कर रहा है। चीन ने अंतरिक्ष में बड़ी छलांग लगाते हुए...
बीजिंगः दुनिया पर दबदबा बढ़ाने के लिए चीन जहां अपनी जल-थल व वायू सेनाओं का विस्तार कर रहा है वहीं अंतरिक्ष में भी नए आयाम हासिल कर रहा है। चीन ने अंतरिक्ष में बड़ी छलांग लगाते हुए अपने उत्तरी हिस्से में स्थित ताइयुआन उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र से खास किस्म का निगरानी सैटेलाइट गाओफेन-7 को लांच किया है । बताया जा रहा है कि चीन का हाई रेजोल्यूशन वाला यह जबरदस्त सैटेलाइट धरती के किसी भी हिस्से की निगरानी करने में सक्षम है। हालांकि, चाइना नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (सीएनएसए) का कहना है कि गाओफेन-7 का इस्तेमाल असैन्य क्षेत्र में बड़े पैमाने पर किया जाएगा।
गाओफेन-7 क्यों है खास
- यह जबरदस्त सैटेलाइट धरती के किसी भी हिस्से की निगरानी करने में सक्षम है।
- गाओफेन-7 अपने श्रेणी में सबसे उन्नत किस्म का सैटेलाइट है।
- ऑप्टिकल फाइबर से लैस यह उपग्रह दूर अंतरिक्ष से पृथ्वी पर मौजूद चीजों की सटीक तस्वीर लेने में सक्षम है।
- इस सैटेलाइट का इस्तेमाल भूमि सर्वेक्षण व मैपिंग और सांख्यिकीय जांच जैसे कार्यों में किया जाएगा।
- उपग्रह गाओफेन-7 के साथ तीन अन्य सैटेलाइट भी अंतरिक्ष में भेजे गए।
- इन उपग्रहों को भी वैज्ञानिक प्रयोग के उद्देश्य से भेजा गया है।
- हाई-रेजोल्यूशन के ऑप्टिकल 3डी अवलोकन डेटा और हाई परसेशन लेजर अल्टीमेट्री डेटा प्राप्त कर सकता है
- यह नागरिक उपयोग के लिए 1:10,000 पैमाने के उपग्रह 3डी मैपिंग कर सकता है।
सैटेलाइट और कैरियर रॉकेट को चाइना एयरोस्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी कॉर्पोरेशन के तहत चाइना एकेडमी ऑफ स्पेस टेक्नोलॉजी (CAST) और शंघाई एकेडमी ऑफ स्पेसफ्लाइट टेक्नोलॉजी ने विकसित किया था। बताया जा रहा है कि उपग्रह के उपयोगकर्ता मुख्य रूप से प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय, आवास मंत्रालय और शहरी-ग्रामीण विकास मंत्रालय व राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो होंगे।