Edited By Tanuja,Updated: 07 May, 2018 09:52 AM
अपनी नजरबंदी से तगं आई नोबेल शांति पुरस्कार विजेता ली शाओबो की विधवा ली जिया ने घर में ही जान देने की इच्छा जताई है। चीन ने उन्हें पिछले आठ साल से नजरबंद कर रखा है...
बीजिंगः अपनी नजरबंदी से तगं आई नोबेल शांति पुरस्कार विजेता ली शाओबो की विधवा ली जिया ने घर में ही जान देने की इच्छा जताई है। चीन ने उन्हें पिछले आठ साल से नजरबंद कर रखा है। ली शाओबो को 2010 में नोबेल शांति पुरस्कार से नवाजा गया था। चीन सरकार ने तभी से 56 वर्षीय कवयित्री जिया को बिना किसी आरोप के पुलिस के कड़े पहरे में रखा है।
शाओबो ने चीन में लोकतांत्रिक सुधार की मांग की थी। इससे नाराज कम्युनिस्ट सरकार ने 2008 में उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। पिछले साल जुलाई में कैद में ही उनकी मौत हो गई। अपनी नजरबंदी से आजिज जिया ने कहा है, 'जीने से मरना आसान है। लेकिन विरोध के लिए मौत को इस्तेमाल करना मेरे लिए इतना आसान भी नहीं होगा।' दुनिया के कई बड़े देशों ने जिया की हालात पर चिंता जताई है। साथ ही चीन सरकार से उन्हें जल्द मुक्त करने की अपील की है।