Edited By Tanuja,Updated: 06 Mar, 2024 04:58 PM
गोल्डमैन सैक्स ग्रुप ने निवेशकों को अलर्ट करते हुए चीन में निवेश न करने की सलाह दी है। ग्रुप के वेल्थ मैनेजमेंट के शीर्ष अधिकारी ने चेतावनी...
इंटरनेशनल डेस्कः गोल्डमैन सैक्स ग्रुप ने निवेशकों को अलर्ट करते हुए चीन में निवेश न करने की सलाह दी है। ग्रुप के वेल्थ मैनेजमेंट के शीर्ष अधिकारी ने चेतावनी जारी करतते हुए कहा कि चीन आर्थिक संकट का सामना कर रहा है और आने वाले समय वहां मंदी और बढ़ सकती है इसलिए सावधान रहें। गोल्डमैन सैक्स ग्रुप की इस चेतावनी ने विदेशी निवेशकों की टेंशन बढ़ सकती है। वेल्थ मैनेजमेंट बिजनेस की चीफ इनवेस्टमेंट ऑफिसर शर्मिन मोसावर रहमानी के अनुसार चीन के स्टॉक मार्केट में आने वाले समय में भारी गिरावट की आशंका है जिस कारण वहां पूंजी की कमी का सामना करना पड़ेगा।
कई इनवेस्टर का सवाल है कि चीन में निवेश सस्ता होने के बाद क्या वहां निवेश किया जाना चाहिए, जिसपर शर्मिन मोसावर रहमानी ने कहा कि इस समय चीन में निवेश करने से परहेज करना ही बेहटर है। ब्लूमबर्ग TV को दिए इंटरव्यू में रहमानी ने चीन में निवेश न करने के पीछे के कई कारण बताए। इन कारणों में आने वाले दशक में मंदी की आशंका को भी शामिल किया गया। इसके साथ ही ये भी कहा कि आने वाले समय में चीन की इकनॉमिक ग्रोथ के महत्वपूर्ण हिस्से एक्सपोर्ट्स, प्रॉपर्टी मार्केट और इंफ्रा में दबाव के कारण कमजोरी दिखाई देगी। उन्होंने यह भी कहा कि चीन का कमजोर इकनॉमिक डेटा और नीतियों को लेकर भी रुझान साफ नहीं है।
चीन ने पिछले साल इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी को महत्वपूर्ण बताते हुए कुछ रिकॉर्ड ही हटा दिए थे। इसके साथ ही वहां के ब्यूरो ने बेरोजगारी के आंकड़ों को भी कुछ समय के लिए हटा दिया था। सोमवार को ही वहां यह ऐलान हुआ है कि देश के प्रधानमंत्री अब अपनी दशकों पुरानी परंपरा वाली सालाना प्रेस कांफ्रेंस को बंद करने वाले हैं। चीन में निवेश को बढ़ावा नहीं देने वाली ये टिप्पणियां ऐसे समय में सामने आई हैं जब चीन के शीर्ष नीति निर्माता पिछले तीन साल से शेयर बाजार में जारी गिरावट को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। इसके साथ ही वे विदेशी व्यापारियों की वापसी की मांग कर रहे हैं।
गोल्डमैन के अनुसार चीन के रियल एस्टेट सेक्टर में आगे भी राहत की कोई उम्मीद नहीं दिखाई दे रही है। अभी भी चीन की ग्रोथ के लिए डेटा स्पष्ट नहीं है। पिछले साल 2023 में चीन के आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार उन्होंने 5 फीसदी की ग्रोथ रेट हासिल किया था हालांकि गोल्डमैन का कहना है कि कई लोगों को यही लगता है कि चीन ने इतनी ग्रोथ हासिल नहीं की।