Edited By Rohini Oberoi,Updated: 09 Oct, 2025 10:59 AM

इक्वाडोर के राष्ट्रपति डैनियल नोबोआ (Daniel Noboa) एक बड़े हमले में बाल-बाल बच गए। यह घटना कैनर प्रांत में उस समय हुई जब विरोध प्रदर्शन कर रहे लगभग 500 लोगों ने उनके काफिले को घेर लिया और हमला कर दिया। नोबोआ कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की घोषणा करने...
इंटरनेशनल डेस्क। इक्वाडोर के राष्ट्रपति डैनियल नोबोआ (Daniel Noboa) एक बड़े हमले में बाल-बाल बच गए। यह घटना कैनर प्रांत में उस समय हुई जब विरोध प्रदर्शन कर रहे लगभग 500 लोगों ने उनके काफिले को घेर लिया और हमला कर दिया। नोबोआ कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की घोषणा करने के लिए यात्रा पर थे।
हमलावरों ने किया पत्थरों और गोलियों का इस्तेमाल
रिपोर्ट के अनुसार ऊर्जा मंत्री इनेस मंज़ानो ने पुष्टि की कि हमलावरों ने राष्ट्रपति की कार को घेर लिया पत्थर फेंके और काफिले के गुज़रते ही चिल्लाने लगे। बाद में अधिकारियों को राष्ट्रपति की गाड़ी पर गोलियों के निशान भी मिले। हालांकि राष्ट्रपति नोबोआ इस हमले में घायल नहीं हुए। राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा जारी एक वीडियो में सड़कों के दोनों ओर से भीड़ को काफिले पर पत्थर फेंकते हुए दिखाया गया है जिससे काफिले की खिड़कियों के शीशे टूट गए।
सरकार का कड़ा रुख और गिरफ्तारियाँ
रक्षा मंत्री जियान कार्लो लोफ्रडो ने हमले के बाद एक कड़ा संदेश जारी किया। उन्होंने 37 वर्षीय राष्ट्रपति की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, "इस राष्ट्रपति को कोई नहीं रोक सकता जो इस बात का सबसे अच्छा संकेत है कि देश को भी कोई नहीं रोक सकता।" अधिकारियों ने हमले के संबंध में पाँच लोगों को गिरफ़्तार किया है। उन पर आतंकवाद और हत्या के प्रयास का आरोप लगाया जाएगा। मंत्री मंज़ानो ने कहा कि "राष्ट्रपति की कार पर गोली चलाना, पत्थर फेंकना, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुँचाना, ये सब अपराध है।" देश भर में चल रहे विरोध प्रदर्शनों के कारण प्रशासन ने अशांति से प्रभावित दस प्रांतों में आपातकाल की घोषणा कर दी है हालांकि शांतिपूर्ण प्रदर्शनों की अनुमति अभी भी है।
हिंसा का कारण: डीज़ल सब्सिडी का विरोध
यह हिंसा ऐसे समय में हुई है जब इक्वाडोर में सरकार द्वारा डीज़ल सब्सिडी समाप्त करने की योजना के विरोध में हफ्तों से विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं। सरकार का कहना है कि इस फैसले का उद्देश्य सार्वजनिक खर्च में कटौती करना ईंधन की तस्करी रोकना और धन को सामाजिक कार्यक्रमों में पुनर्निर्देशित करना है। राष्ट्रपति नोबोआ अपने फैसले पर अड़े हुए हैं और उन्होंने रविवार को 'एक्स' पर लिखा: "जो लोग हिंसा का रास्ता अपनाएँगे उन्हें कानून का सामना करना पड़ेगा। जो लोग अपराधियों की तरह काम करेंगे उनके साथ अपराधियों जैसा ही व्यवहार किया जाएगा।"
CONAIE का विरोध और दूसरा हमला
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आदिवासी संगठन का आरोप: इक्वाडोर के प्रमुख आदिवासी संगठन CONAIE ने सरकार पर शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के खिलाफ अत्यधिक बल प्रयोग का आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया कि गिरफ्तार किए गए लोग प्रदर्शनकारी थे।
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पिछला हमला: यह पहली घटना नहीं है। सितंबर में इम्बाबुरा प्रांत में भी नोबोआ और संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ तथा इतालवी राजनयिकों को ले जा रहे एक काफिले पर लगभग 350 लोगों ने हमला किया था जिसमें पत्थर, पटाखे और मोलोटोव कॉकटेल का इस्तेमाल किया गया था।
नोबोआ ने 'एक्स' पर पहले भी कहा था "वे इक्वाडोर की प्रगति का विरोध करते हैं और हिंसा का रास्ता चुनते हैं... हम आगे कहते हैं, इक्वाडोर पीछे नहीं जा सकता।"