Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 31 Aug, 2025 11:08 AM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तिआनजिन में हुई लगभग एक घंटे तक चली मुलाकात में दोनों नेताओं ने खुशी जताई। यह बैठक शंघाई सहयोग संगठन (SCO) सम्मेलन से पहले हुई, जिसमें उच्च स्तर के अधिकारी भी मौजूद थे। यह मोदी का सात साल...
इंटरनेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तिआनजिन में हुई मुलाकात अब समाप्त हो गई है। यह बैठक लगभग एक घंटे तक चली और दोनों नेताओं ने एक-दूसरे से मिलकर खुशी जताई। शी जिनपिंग ने पीएम मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया और कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी, आपसे दोबारा मिलकर बहुत खुशी हुई। मैं SCO शिखर सम्मेलन के लिए चीन में आपका स्वागत करता हूं। पिछले साल कजान में हमारी सफल बैठक हुई थी।'
बैठक में कौन-कौन मौजूद थे?
प्रधानमंत्री मोदी के साथ इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव विक्रम मिस्री, चीन में भारत के राजदूत प्रदीप रावत, जॉइंट सेक्रेटरी (ईस्ट एशिया) गौरांग लाल दास और पीएमओ से अतिरिक्त सचिव दीपक मित्तल मौजूद थे। वहीं, शी जिनपिंग के साथ चीन के विदेश मंत्री वांग यी, प्रधानमंत्री ली कियांग, डायरेक्टर जनरल ऑफिस के कैई ची और भारत में चीन के राजदूत शू फेहोंग उपस्थित थे।
बैठक का महत्व और कूटनीतिक संदर्भ
यह बैठक शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन से पहले हुई है, जो 31 अगस्त से 1 सितंबर तक तिआनजिन में होगा। पीएम मोदी की यह चीन यात्रा सात साल बाद हो रही है और यह उनकी शी जिनपिंग से दूसरी मुलाकात है। इससे पहले दोनों नेता रूस के कजान में हुए ब्रिक्स 2024 सम्मेलन में मिले थे। इस बार की बैठक भारत-चीन के रिश्तों में नरमी और बेहतर संवाद की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। दोनों देश सीमा विवाद, व्यापार और क्षेत्रीय शांति के मुद्दों पर बातचीत जारी रखने की कोशिश कर रहे हैं।