अमेरिका में भी कोरोना के नए स्ट्रेन की दस्तक; ब्रिटेन में हालात बेकाबू, जानें बाकी देशों का हाल

Edited By Tanuja,Updated: 30 Dec, 2020 01:18 PM

new corona strain is out of control in uk first case in us

कोरोना वायरस के नए स्वरूप (स्ट्रेन) ने अमेरिका में  भी दस्तक दे दी है।  यहां संक्रमण का पहला मामला कोलोराडो में सामने आया है। राज्य ...

इंटरनेशनल डेस्कः कोरोना वायरस के नए स्वरूप (स्ट्रेन) ने अमेरिका में  भी दस्तक दे दी है।  यहां संक्रमण का पहला मामला कोलोराडो में सामने आया है। राज्य के गवर्नर जैरेड पोलिस ने इसकी पुष्टि की है। कोरोना वायरस के नए स्वरूप के बारे में सबसे पहले ब्रिटेन में पता चला था। कोलोराडो के डेनवर में 20 वर्षीय एक युवक में वायरस का नया प्रकार मिला है। उसे पृथक-वास में रखा गया है।

 

युवक ने हाल-फिलहाल कहीं यात्रा नहीं की थी। राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। कोलोराडो राज्य की प्रयोगशाला ने वायरस का नया स्वरूप मिलने की पुष्टि की है और रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र को इस बारे में सूचित किया है। ब्रिटेन में वैज्ञानिकों का मानना है कि वायरस का नया स्वरूप, पुराने स्वरूप से अधिक संक्रामक है। कोलोराडो के स्वास्थ्य अधिकारियों ने एक विज्ञप्ति में कहा कि टीकाकरण अभियान जारी है और उम्मीद है कि नए स्वरूप पर भी यह असरदार होगा। 

 

ब्रिटेन में  नया स्‍ट्रेन आने के बाद हालात बेकाबू
उधर, ब्रिटेन में कोरोना  का नया स्‍ट्रेन आने के बाद यह महामारी अब बेकाबू हो गई है। हालत यह है कि अस्‍पताल भर गए हैं और टेंटों में लोगों का इलाज करना पड़ रहा है। ब्रिटेन को उम्‍मीद है कि ऑक्सफर्ड की घरेलू वैक्‍सीन के आने से उन्‍हें नए साल पर इस महामारी से निपटने में काफी मदद मिलेगी। ब्रिटेन ने पहले ही 10 करोड़ डोज का ऑर्डर दे रखा है। ऑक्‍सफर्ड की यह वैक्‍सीन काफी सस्‍ती है और इसे सामान्‍य फ्रिज में रखा जा सकता है जिससे इसे लगाना आसान है।कोरोना वायरस के नए स्‍ट्रेन के विकराल रूप धारण करने बाद भी यूरोप के लोगों को ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी की कोरोना वायरस वैक्‍सीन के लिए अभी लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। यूरोपीय निगरानी संस्‍था ने कहा है कि यह कोरोना वैक्‍सीन अभी यूरोप में मंजूरी के लिए तैयार नहीं है। उधर, ब्रिटेन और भारत में ऑक्सफर्ड की वैक्‍सीन को बहुत जल्‍द ही मंजूरी मिल सकती है।

 

नए स्ट्रेन के खिलाफ भी वैक्सीन के कारगर होने का दावा
एक इंटरव्यू में कंपनी के सीईओ ने कहा कि कोरोना वायरस के अति संक्रमण वाले नए स्ट्रेन के खिलाफ भी उनकी वैक्सीन कारगर होनी चाहिए। भारत में ऑक्सफर्ड एस्ट्राजेनेका वैक्सीन ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के साथ टाइअप किया है। माना जा रहा है कि इस वैक्सीन को गुरुवार तक ब्रिटिश सरकार की मंजूरी मिल जाएगी। जिसके बाद जल्द से जल्द लोगों तक वैक्सीन पहुंचाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।

 

 100 फीसदी सुरक्षा देगी वैक्सीन
एस्ट्राजेनेका के सीईओ ने आश्वस्त करते हुए कहा कि उनकी वैक्सीन कोरोना के खिलाफ 100 फीसदी सुरक्षा उपलब्ध करवाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि ट्रायल के नतीजों में उनकी वैक्सीन ने फाइजर-बायोएनटेक की 95 फीसदी और मॉडर्ना की 94.5 फीसदी के बराबर की प्रभावकारिता को पाया है। उन्होंने कहा कि हमें लगता है कि दो खुराक के बाद कैसे प्रभावकारिता को पाया जा सकता है उसका फार्मूला हमने पा लिया है।

 

डेनमार्क ने बढ़ाए  प्रतिबंध
डेनमार्क ने  वायरस के नए स्ट्रेन को ध्यान में रखते हुए देश में पहले से जारी कोरोना संबंधी प्रतिबंधों को 17 जनवरी तक बढ़ा दिया है। प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसन ने संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा की। उन्होंने कहा, 'देश में पहले से तीन जनवरी तक कोरोना वायरस से सम्बंधित प्रतिबंध जारी है जो अब 17 जनवरी तक मान्य रहेंगे।' उन्होंने कहा कि देश में कोरोना के मामले अभी भी अधिक है। इन प्रतिबंधों में शॉपिंग मॉल, सैलून, मसाज पार्लर बंद रहेंगे जबकि तथा बार, रेस्ट्रॉ या अन्य खाने पीने की दुकानों से खाना केवल घर ले जाने की अनुमति होगी। इसके अलावा आवश्यक दुकाने जैसे राशन की दुकाने खुली रहेंगी। उल्लेखनीय है कि डेनमाकर् में भी कोरोना का नए वेरिएंट का मामला सामने आया चुका है जिसके बाद स्वीडन ने डेनमार्क से यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है। कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन ज़्यादा संक्रामक है लेकिन इस बात के कोई सबूत नहीं है कि ये ज़्यादा घातक भी है। 

 

फ्रांस में नए क्वारंटीन की योजना नहीं
 फ्रांस ने देशव्यापी अथवा कुछ क्षेत्रों में नये क्वारंटीन की योजना को खारिज किया है , लेकिन आवश्यकता के अनुरूप वांछित इलाकों में कर्फ्यू बढाये जाने पर जोर दिया है। स्वास्थ्य मंत्री ओलिवियर वेरान ने फ्रांस 2 टीवी चैनल से कहा कि फिलहाल नये क्वारंटीन उपायों का विचार नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘ हमने ‘सेल्फ-क्वारंटीन' की अवधारणा को खारिज किया है। मौजूदा परिस्थिति में हम ‘सेल्फ-क्वारंटीन' की व्यवस्था को स्थानीय स्तर पर लागू करने के पक्ष में नहीं हैं। हमने आवश्यकता पड़ने पर कर्फ्यू बढ़ाने का प्रस्ताव रखा है , जो रात 20.00 बजे के बजाय 19.00 बजे से शुरू होगा।'' फ्रांस में क्वारंटीन पहली बार मार्च से लागू किया गया , जो दो महीने तक रहा। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान 30 अक्टूबर से क्वारंटीन का दूसरा चरण शुरू किया गया था। बाद में 15 दिसम्बर से इसके स्थान पर राज 20.00 बजे से सुबह 06.00 बजे तक कर्फ्यू लागू किया गया। फ्रांस में कोरोना संक्रमण के अब तक 2631110 मामले सामने आये हैं जबकि 64,204 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।

 

नया स्ट्रेन तेजी से पांव पसार रहा
कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन तेजी से पांव पसार रहा है । जर्मनी में इस नए प्रकार के वायरस की मौजूदगी नवंबर से ही बताई जा रही है। पाकिस्तान, दक्षिण कोरिया और जापान में भी नए स्ट्रेन के पहले मामले मिले हैं। ब्रिटेन में इसी माह वायरस का नया रूप मिला था। यहां से कई देशों में यह पहुंच गया है। यह नए प्रकार का वायरस 70 फीसद अधिक संक्रामक बताया जा रहा है। जर्मनी के राष्ट्रीय अखबार डाई वेल्ट के अनुसार, हनोवर मेडिकल स्कूल के शोधकर्ताओं ने एक बुजुर्ग पीड़ित के नमूने में वायरस के नए वैरिएंट की पहचान की थी। बुजुर्ग गत नवंबर में संक्रमित पाया गया था और उसकी बाद में मौत हो गई थी। जबकि जर्मनी में गत गुरुवार को नए वैरिएंट के पहले मामले की पुष्टि की गई। ब्रिटेन से लौटी एक महिला संक्रमित पाई गई।

 

पाकिस्तान में  नए स्ट्रेन के पहले मामले की पुष्टि
इधर, पाकिस्तान में मंगलवार को नए स्ट्रेन के पहले मामले की पुष्टि की गई। सिंध प्रांत के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि ब्रिटेन से लौटे 12 लोगों में से छह संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से तीन के नमूने नए स्ट्रेन से 95 फीसद मिलते पाए गए। इससे पहले दक्षिण कोरिया में तीन लोग कोरोना के नए स्ट्रेन से पीडि़त पाए गए। फ्रांस, कनाडा और जार्डन में भी पहले मामलों की पहचान हो चुकी है। गत हफ्ते विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बताया था कि कोरोना का नया स्ट्रेन यूरोप के आठ देशों में पहुंच गया है।

 

दुनिया में आठ करोड़ से ज्यादा हुए संक्रमित
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के ताजा डाटा के अनुसार, दुनिया में मंगलवार सुबह तक कोरोना की चपेट में आने वाले लोगों का आंकड़ा आठ करोड़ 12 लाख से ज्यादा हो गया। जबकि 17 लाख 70 हजार से अधिक पीड़ितों की मौत हुई है। दुनिया में सबसे ज्यादा मामले अमेरिका में हैं। इस देश में अब तक एक करोड़ 93 लाख संक्रमित पाए गए हैं और तीन लाख 34 हजार से अधिक की जान गई है।

  

 

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!