Edited By Tanuja,Updated: 06 Jul, 2021 10:26 AM
पाकिस्तान में इमरान खान सरकार के 3 साल पूरे होने वाले हैं लेकिन इस दौरान आर्थिक मंदहाल देश और कंगाल हो गया है। पाक की खस्ताहाल होती आर्थिक
इस्लामाबादः पाकिस्तान में इमरान खान सरकार के 3 साल पूरे होने वाले हैं लेकिन इस दौरान आर्थिक मंदहाल देश और कंगाल हो गया है। पाक की खस्ताहाल होती आर्थिक स्थिति लगातार गंभीर होती जा रही है। देश पर जितना कर्ज है उसे चुकाने के लिए भी पाक को कर्ज लेना पड़ रहा है। पाकिस्तान ने कर्ज उतारने के लिए पहले चीन से उधार लिया था और अब सऊदी अरब के बैंक से 4.5 अरब डॉलर का कर्ज ले रहा है। इसको लेकर सऊदी अरब के इस्लामिक डेवलेपमेंट बैंक से उसका करार हुआ है। इस पैसे से अगले तीन वर्षों में पाकिस्तान क्रूड ऑयल, रिफाइंड पेट्रोलियम प्रोडेक्ट्स, एलएनजी और इंडस्ट्रियल केमिकल यूरिया की रकम अदायगी करेगा।
लगातार विदेशों से कर्ज लेने पर पाकिस्तान की विपक्षी पार्टियां लगातार सरकार पर दबाव बना रही है। इन पार्टियों ने सुस्ती और कुप्रबंधन के लिए इमरान खान को दोषी ठहराया है। विपक्ष का कहना है कि सरकार ने उस वक्त फ्यूरेंस ऑयल की खरीद नहीं की जब इसकी सबसे अधिक जरूरत थी। बता दें कि पाकिस्तान के लोगों को लगातार बिजली की कमी से जूझना पड़ रहा है। देश में जरूरी चीजों की कीमतें आसमान को छू रही हैं। इसकी वजह से देश में हाहाकार जैसे हालात पैदा हो रहे हैं।
कुछ समय पहले ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ने खुद कहा था कि देश में 40 फीसद बच्चों को पर्याप्त पोषण नहीं मिल पाता है। देश में लगातार बिजली उत्पादन में भी कमी आ रही है। इसकी वजह मंग्ला और तर्बला हाइड्रोइलेक्ट्रिक बांध में आई पानी की कमी बताई जा रही है। एशिया टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक बांध में इतना भी पानी नहीं बचा है कि यहां का टरबाइन को पूरी क्षमता के साथ चलाया जा सके। शुक्रवार को हालात बेहद खराब हो गए थे। गौरतलब है कि पाकिस्तान अपने जलाशयों से करीब 7320 मेगावाट की बिजली पैदा करता है।