Edited By Tanuja,Updated: 12 Jan, 2022 11:08 AM
पाकिस्तान में अटकलें लगाई जा रही हैं कि नए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी (ISI) चीफ की नियुक्ति को लेकर शुरू हुए विवाद के कारण सेना और...
इस्लामाबाद: पाकिस्तान में अटकलें लगाई जा रही हैं कि नए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी (ISI) चीफ की नियुक्ति को लेकर शुरू हुए विवाद के कारण सेना और पाकिस्तान की इमरान खान सरकार के बीच दरार आ गई है और सेना इमरान खान की सरकार को हटाना चाहती है। काफी समय से इन अटकलों पर चुप्पी साधने के बाद अब प्रधानमंत्री इमरान खान ने देश की सेना के साथ उनके रिश्तों को लेकर सफाई दी है।
‘डॉन' अखबार के अनुसार, खान ने सत्तारूढ़ दल पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रवक्ताओं की एक बैठक में सोमवार को कहा कि ‘‘आजकल सेना और प्रशासन के बीच संबंध अभूतपूर्व हैं।'' खान ने कहा कि उनकी सरकार और सेना के बीच ‘‘असाधारण'' संबंध हैं और उनके बीच खटास होने का विपक्ष का आरोप खत्म हो चुका है। अखबार के अनुसार, प्रधानमंत्री खान ने गत सप्ताह एक पत्रकार के साथ हुई बैठक में भी ऐसे ही विचार व्यक्त किये थे। उन्होंने कहा कि वह सरकार के सहयोगियों का सहयोग प्राप्त कर रहे हैं और ये उम्मीद भी जताई कि सरकार अपना वर्तमान पांच साल का कार्यकाल पूरा कर लेगी। विभाजन के बाद से पाकिस्तान में सेना की ही चलती है सेना की मर्जी से ही सरकारें आती जाती हैं। इसके अलावा सुरक्षा और विदेश नीति से जुड़े फैसले भी पाकिस्तान की सेना ही लेती है।
इमरान खान के सहयोगी ने भी मरी में किए गए रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर सेना की तारीफ की है। पाकिस्तान के रावलपिंडी में मौजूद इस हिल स्टेशन में लोग बर्फबारी में फंस गए थे जिसके चलते ऑक्सीजन, पानी और खाने की कमी के कारण 23 पर्यटकों की अपनी गाड़ियों के भीतर ही मौत हो गई। इसके बाद सेना ने बाकी फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। मरने वालों में बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं। इमरान खान ने इस घाटना को लेकर कहा कि पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है लेकिन बुनियादी ढांचे में कोई सुधार नहीं किया गया ऐसे में यहां सुविधाएं बढ़ाए जाने और नए होटल खोलने की जरूरत है।