Edited By PTI News Agency,Updated: 23 Jun, 2022 02:26 PM
वाशिंगटन, 23 जून (भाषा) अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन मानवाधिकारों और लोकतंत्र के महत्व को लेकर स्पष्ट रुख रखते हैं तथा इन मामलों में विश्व नेताओं से सीधे तौर पर बात करने में उन्हें कोई परेशानी नहीं है। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता केरिन ज्यां-पियरे...
वाशिंगटन, 23 जून (भाषा) अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन मानवाधिकारों और लोकतंत्र के महत्व को लेकर स्पष्ट रुख रखते हैं तथा इन मामलों में विश्व नेताओं से सीधे तौर पर बात करने में उन्हें कोई परेशानी नहीं है। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता केरिन ज्यां-पियरे ने बुधवार को हुए संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में यह टिप्प्णी की।
पियरे से पूछा गया था कि क्या बाइडन पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो पूर्व पदाधिकारियों की कथित विवादित टिप्पणियों के बाद भारत के विभिन्न राज्यों में हुए हिंसक विरोध-प्रदर्शनों के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अल्पसंख्यकों के अधिकारों के मुद्दे पर बात करेंगे।
पियरे से यह भी सवाल किया गया कि क्या व्हाइट हाउस कथित रूप से हिंसा से जुड़े लोगों के मकान तोड़े जाने पर कोई टिप्पणी करना चाहता है और क्या इस बात की संभावना है कि बाइडन अगले महीने अपनी इजराइल यात्रा के दौरान मोदी पर ''भारत में मुसलमानों की सुरक्षा'' सुनिश्चित करने का दबाव डालेंगे।
बाइडन इजराइल यात्रा के दौरान मोदी, इजराइल के प्रधानमंत्री और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति से डिजिटल माध्यम से मुलाकात कर सकते हैं।
इन सवालों पर पियरे प्रत्यक्ष रूप से कोई जवाब देने से बचती नजर आईं और उन्होंने कहा कि वह यह नहीं बता सकतीं कि उनकी बातचीत विशेष रूप से किस विषय पर होने वाली है।
हालांकि, उन्होंने कहास “बाइडन का रुख एकदम स्पष्ट है। उन्हें मानवाधिकार, स्वतंत्रता और लोकतंत्र के महत्व के मुद्दे पर विश्व नेताओं से सीधे तौर पर बात करने में कोई परेशानी नहीं होती। राष्ट्रपति पहले भी ऐसा कर चुके हैं।”
भारत में पैगंबर के खिलाफ कथित विवादास्पद टिप्पणियों को लेकर हुए विरोध-प्रदर्शनों ने हिंसा का रूप ले लिया था, जिसके बाद कुछ राज्यों में अधिकारियों ने कथित दंगाइयों के घरों को यह दावा करते हुए ध्वस्त कर दिया था कि इनका निर्माण अवैध रूप से किया गया है।
भाजपा ने पैगंबर के खिलाफ टिप्पणी मामले में अपनी राष्ट्रीय प्रवक्ता नुपुर शर्मा को निलंबित और दिल्ली मीडिया ईकाई के प्रमुख नवीन जिंदल को निष्कासित कर दिया था।
अगले महीने 13 से 16 जुलाई के बीच जब बाइडन मध्य-पूर्व की यात्रा करेंगे, तब भारत, इजराइल, यूएई और अमेरिका के नए समूह ‘आई2यू2’ का पहला वार्षिक सम्मेलन होने की उम्मीद है।
इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन, इजराइल के प्रधानमंत्री नफ्टाली बेनेट और यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान हिस्सा लेंगे।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।