Edited By PTI News Agency,Updated: 27 Nov, 2022 03:56 PM

बेंगलुरु, 27 नवंबर (भाषा) कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने रविवार को कहा कि जन्म से बधिर 500 बच्चों का कर्णावत (कोक्लेयर) प्रतिरोपण किया जाएगा।
बेंगलुरु, 27 नवंबर (भाषा) कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने रविवार को कहा कि जन्म से बधिर 500 बच्चों का कर्णावत (कोक्लेयर) प्रतिरोपण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने 2022-23 के राज्य के बजट में ‘श्रवण अक्षमता (हियरिंग इम्पेयरमेंट) मुक्त कर्नाटक’ बनाने की घोषणा की थी।
सुधाकर ने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष में छह साल की आयु के नीचे के 1,939 बच्चों की पहचान की गयी है जो बधिर हैं।
मंत्री ने एक बयान में कहा, ‘‘कर्नाटक सरकार जन्म से बधिर छह साल से कम आयु के 500 बच्चों को निशुल्क कोक्लेयर प्रतिरोपण का तोहफा देगी।’’
उन्होंने कहा कि राज्य का स्वास्थ्य विभाग ‘‘सभी के लिए स्वास्थ्य’’ के नारे के साथ अभियान स्तर पर काम कर रहा है और कर्नाटक को श्रवण अक्षमता मुक्त बनाने के लिए एक नयी योजना बनायी गयी है।
सुधाकर ने कहा कि छह साल से कम आयु के बच्चों में श्रवण अक्षमता को खत्म करने पर विशेष ध्यान दिया गया है। उन्होंने कहा कि इनमें से ज्यादातर जन्मजात बधिर हैं और इसकी मुख्य वजह बच्चे के जन्म से पूर्व मां द्वारा दवा का सेवन करना, उसे वायरल संक्रमण, दम घुटना और सदमा लगना है।
मंत्री ने कहा, ‘‘उपकरण के प्रोसेसर को कान के पीछे लगाया जाता है और मानव शरीर के सुनने का तंत्र फिर से काम करना शुरू कर देता है और मस्तिष्क को श्रव्य संकेत भेजता है।’’
उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे बच्चों की पहचान करने और पूरी प्रक्रिया में मदद करने वाले प्रत्येक आशा कार्यकर्ता को 250 रुपये का मानदेय दिया जाएगा।
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