Edited By ,Updated: 09 Sep, 2016 07:42 PM
बचपन में हर बच्चे के अंदर बचपना होता है, तरह-तर के कौतक करना उसके जीवन का एक हिस्सा होता है।
भोपाल: बचपन में हर बच्चे के अंदर बचपना होता है, तरह-तर के कौतक करना उसके जीवन का एक हिस्सा होता है। ऐसा कौतक जिसे करने में उसे खुशी मिलती हो। चाहे वो गलत हो या सही। बचपन में खेलना हर बच्चे की जीवन का अहम हिस्सा होता है। लेकिन कई बार बचपन के यह खेल जीवन को भी ले बैठता है। ऐसा ही एक मामला भोपाल से प्रकाश में आया है।
भोपाल के पिपलानी क्षेत्र में खेल-खेल में एक मासूम बच्ची को फांसी लग गई, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस सूत्रों के अनुसार पिपलानी के 60 क्वार्टर क्षेत्र में रहने वाले मोहन चौधरी कल शाम काम पर चले गए थे और उनकी पत्नी पड़ोस में संतान सप्तमी की पूजा करने चली गई। तीसरी कक्षा में पढऩे वाली आठ वर्षीय वैष्णवी घर में अपने भाई और बहन के साथ रस्सी से बना झूला झूल रही थी।
कुछ देर बाद उसके भाई-बहन भी बाहर खेलने चले गए। इस दौरान वैष्णवी झूला झूलती रही और झूले की रस्सी में उसका गला फंस गया। जब उसकी मां घर आई तक उसने बच्ची को बेसुध देखा और अस्पताल ले गई। अस्पताल में डॉक्टरों ने वैष्णवी को मृत घोषित कर दिया।