Edited By Prashar,Updated: 28 May, 2018 05:09 PM
एक तरफ प्रदेश सरकार के खिलाफ किसान मोर्चा खोलने जा रहे हैं तो दूसरी तरफ मंगलवार से शुरू होने वाली ‘नर्मदा बचाओ किसान बचाओ यात्रा’ सीएम शिवराज की नींदें उड़ा सकती है। बता दें कि मंगलवार यानी 29 मई को खलघाट से ‘नर्मदा बचाओ आंदोलन’ की शुरूआत देशभर में...
इंदौर : एक तरफ प्रदेश सरकार के खिलाफ किसान मोर्चा खोलने जा रहे हैं तो दूसरी तरफ मंगलवार से शुरू होने वाली ‘नर्मदा बचाओ किसान बचाओ यात्रा’ सीएम शिवराज की नींद उड़ा सकती है। बता दें कि मंगलवार यानी 29 मई को खलघाट से ‘नर्मदा बचाओ आंदोलन’ की शुरूआत देशभर में चर्चित मेघा पाटकर करने जा रही है। यह यात्रा चार जून तक चलेगी, जो भोपाल पहुंचकर जन अदालत में तब्दील होगी। इससे पहले देशभर से किसान इसमें हिस्सा लेने मध्यप्रदेश पहुंचेंगे।
हिन्द मजदूर किसान पंचायत के महामंत्री रामस्वरूप ने जानकारी देते हुए बताया कि नर्मदा घाटी के सभी जिलों के अलावा गुजरात के भरूच, बड़ौदा, महाराष्ट्र के नंदूरबार, मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर, जबलपुर, सिवनी, मंडला, धार, बड़वानी, खरगोन, मंदसौर, रतलाम, देवास, उज्जैन समेत अन्य जगहों से किसान, मजदूर, मछुआरे और अन्य प्रभावित इस यात्रा में शामिल होंगे।
उन्होंने बताया कि यात्रा 29 मई को खलघाट, 30 मई को पीतमपुर, 31 को महू होते हुए इंदौर पहुंचेगी। इंदौर में नर्मदा नियंत्रण प्राधिकरण पर दिनभर जन चर्चा और बहस होगी। 31 मई को ही शाम 7:30 बजे देवास के जवाहर चौक में आमसभा होगी। इसके बाद यात्रा एक जून को हरदा होते हुए सीहोर पहुंचेगी और शाम पांच बजे सभा होगी। दो जून को सीहोर से पैदल यात्रा के रूप में सभी नेता और किसान भोपाल की ओर कूच करेंगे जो तीन जून को लाल घाटी पर डेरा डालेंगे। चार जून को यह सभी नीलम पार्क पहुंचेंगे, जहां जन अदालत होगी। उन्होंने बताया कि जन अदालत में पूर्व न्यायमूर्ति गोपाल गोड़ा और अन्य न्यायाधीश सुनवाई करेंगे। अदालत में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के नेता वीएम सिंह योगेंद्र यादव डॉक्टर सुनील, मेघा पाटकर आदि किसानों का पक्ष रखेंगे। जिसके बाद अदालत अपना फैसला सुनाएगी।