Edited By Seema Sharma,Updated: 27 Nov, 2020 02:58 PM
मुंबई आतंकवादी हमले की गुरुवार को 12वीं बरसी थी। वहीं इस दौरान यूरोपीय संसद के दो सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में समर्थन देने को कहा है। 24 नवंबर को पीएम मोदी को लिखे पत्र में यूरोपीय संसद के फ्रांसीसी सदस्य थियरी...
इंटरनेशनल डेस्क: मुंबई आतंकवादी हमले की गुरुवार को 12वीं बरसी थी। वहीं इस दौरान यूरोपीय संसद के दो सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में समर्थन देने को कहा है। 24 नवंबर को पीएम मोदी को लिखे पत्र में यूरोपीय संसद के फ्रांसीसी सदस्य थियरी मारियानी और इतालवी सदस्य जियाना गैंसिया ने मुंबई आतंकवादी हमलों की 12वीं वर्षगांठ पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। यूरोपीय संसदों ने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवादी संगठनों के साथ अपने संबंधों को नकारने की कोशिश की है, लेकिन यह वैश्विक खतरा बना हुआ है।
आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के रुख पर यूरोपीय सदस्यों ने कहा कि यूरोपीय सांसद भी इस जंग में आपके साथ खड़ी है। साथ ही यूरोपीय सदस्यों ने पाकिस्तान, आतंकवादियों, आतंकवादी गतिविधियों को समर्थन देने और बढ़ावा देने वालों पर बैन लगाने की मांग की। बता दें कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LET) के 10 आतंकवादियों ने मुंबई में 26 नवंबर 2008 को आतंकवादी हमलों को अंजाम दिया था। इन हमलों में कम से कम 166 लोग मारे गए थे और 300 से अधिक लोग घायल हुए थे। इस आतंकी हमले में 9 आतंकी मारे गए थे जबकि जबकि जिंदा पकड़े गए एक मात्र आतंकवादी अजमल कसाब को भारत में मुकद्दमे के बाद फांसी दे दी गई थी।