Edited By shukdev,Updated: 07 Aug, 2018 11:36 PM
भारत के नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (कैग) ने एक अहम रिपोर्ट में सीमा क्षेत्र के नजदीक हवाईअड्डों में वायुसेना की तैयारियों में खामियों की तरफ इशारा किया है। कैग ने इन हवाईअड्डों में विमानों में ईंधन भरने, राडार और आयुध रखरखाव उपकरणों की कमी गिनाई...
नई दिल्ली: भारत के नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (कैग) ने एक अहम रिपोर्ट में सीमा क्षेत्र के नजदीक हवाईअड्डों में वायुसेना की तैयारियों में खामियों की तरफ इशारा किया है। कैग ने इन हवाईअड्डों में विमानों में ईंधन भरने, राडार और आयुध रखरखाव उपकरणों की कमी गिनाई हैं।
कैग ने कहा है कि इन हवाईअड्डों में कई तरह की खामियां हैं। विभिन्न उपकरणों की कमी और कमजोर ढांचागत सुविधाओं के चलते किसी भी संभावित चुनौती से निपटने में वायुसेना की तैयारी प्रभावित होगी।
संसद में मंगलवार को पेश कैग की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार ने 2011 में इन हवाईअड्डों में सुविधाओं को बेहतर करने का फैसला किया था। यह फैसला हवाईक्षेत्रों में ढांचागत सुविधाओं के आधुनिकीकरण योजना के तहत किया गया था लेकिन इनमें से ज्यादातर में कुछ नहीं बदला है।
कैग ने रिपोर्ट में कहा है खासतौर से युद्ध छिडऩे की स्थिति में हवाई अड्डों को हवाई संचालन के लिए पूरी तरह से तैयार रखना काफी महत्वपूर्ण हो जाता है। कैग की लेखा-परीक्षा में पाया गया है कि वायुसेना के हवाईअड्डों में सहायक सुविधाएं अपर्याप्त रही हैं जिसका उसकी तैयारी पर असर पड़ता है।