Edited By Shubham Anand,Updated: 19 Jul, 2025 04:40 PM

राजस्थान के अजमेर में शुक्रवार को हुई मूसलाधार बारिश ने शहरवासियों को 50 साल पहले आई विनाशकारी बाढ़ की भयावह यादें ताज़ा कर दीं। भारी बारिश के कारण ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह सहित आसपास के इलाकों में जलभराव हो गया।
नेशनल डेस्क : राजस्थान के अजमेर में शुक्रवार को हुई मूसलाधार बारिश ने शहरवासियों को 50 साल पहले आई विनाशकारी बाढ़ की भयावह यादें ताज़ा कर दीं। भारी बारिश के कारण ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह सहित आसपास के इलाकों में जलभराव हो गया। इसी दौरान दरगाह के निजाम गेट से प्रवेश कर रहा एक जायरीन तेज बहाव में असंतुलित होकर गिर पड़ा और पानी में बह गया। यह दृश्य देख मौके पर मौजूद लोग स्तब्ध रह गए।
दरगाह से लेकर बस्तियों तक जलभराव, लोग घरों में कैद
अजमेर शहर के निचले और कच्चे इलाकों में पानी भर जाने से लोगों को अपने घरों में ही कैद होना पड़ा है। दरगाह क्षेत्र, नाला बाजार, वैशाली नगर, कोटड़ा, श्रीनगर रोड जैसे प्रमुख इलाकों में जलभराव की गंभीर स्थिति बनी हुई है। कई जगह दुकानों और मकानों में पानी घुस गया है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
1975 की बाढ़ की याद दिला रहा है नजारा
स्थानीय लोगों ने 18-19 जुलाई 1975 को आई भीषण बाढ़ को याद करते हुए बताया कि इस बार फिर 18 जुलाई को वैसा ही मंजर देखने को मिला है। सुबह से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते पूरा शहर पानी-पानी हो गया है। वर्ष 1975 में भी ठीक इसी तारीख को अजमेर बाढ़ की चपेट में आया था, जिससे कई इलाकों में भारी तबाही हुई थी।
प्रशासन की कोशिशें जारी, लेकिन हालात चुनौतीपूर्ण
प्रशासन की ओर से राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए गए हैं। SDRF और नगर निगम की टीमें जलनिकासी और फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के काम में लगी हुई हैं। हालांकि, लगातार हो रही बारिश के चलते हालात पर काबू पाना मुश्किल साबित हो रहा है। सोशल मीडिया पर भी कई वीडियो सामने आए हैं, जिनमें लोग पानी में फंसे दिखाई दे रहे हैं और सड़कें नदी जैसी बहती नजर आ रही हैं।