Edited By Monika Jamwal,Updated: 31 Aug, 2021 02:30 PM
जम्मू कश्मीर के रजौरी और रियासी जिलों के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रहने वाले गुज्जर और बकरवाल समुदायों के बच्चों तक शिक्षा की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए सेना ने उनके लिए ट्यूशन कक्षाएं शुरू की हैं।
जम्मू : जम्मू कश्मीर के रजौरी और रियासी जिलों के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रहने वाले गुज्जर और बकरवाल समुदायों के बच्चों तक शिक्षा की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए सेना ने उनके लिए ट्यूशन कक्षाएं शुरू की हैं। एक रक्षा प्रवक्ता ने सोमवार को यह जानकारी दी। गुज्जर और बकरवाल समुदाय के सदस्य गर्मियों की शुरुआत में अपने पशुओं के लिए हरियाली वाले चरागाहों की तलाश में पीर पंजाल रेंज के ऊंचे इलाकों में चले जाते हैं और सर्दियों की शुरुआत से पहले मैदानी इलाकों में लौट आते हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि रियासी और राजौरी जिलों के बंज और रिछ बागला, इचनी, मखीधर, ढकीकोट, कालाबन, चकल हवलन, बालमतकोट और शिकारी के ऊंचे और दूर-दराज के गांवों में ट्यूशन कक्षाएं पहले ही शुरू हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि इस पहल से प्रत्येक स्थान पर बड़ी संख्या में छात्र लाभान्वित हो रहे हैं। यह सुनिश्चित करता है कि इन समुदायों के बच्चों की शिक्षा तक पहुंच हो और पढ़ाई में उनकी रुचि फिर से जागृत हो।
प्रवक्ता के मुताबिक, इन परिवारों की घुमंतू प्रवृति के कारण छह से आठ महीने तक बच्चे स्कूलों से अनुपस्थित रहते हैं।