Edited By ,Updated: 02 Apr, 2015 01:54 PM
कानपुर के गोविंदपुरी स्टेशन के पास एक युवक की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। परिजनों ने समझा 'अप्रैल फूल' है इसलिए वह देखने तक नहीं गए।
नई दिल्ली: कानपुर के गोविंदपुरी स्टेशन के पास एक युवक की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। परिजनों ने समझा 'अप्रैल फूल' है इसलिए वह देखने तक नहीं गए।
दरअसल, जब जीआरपी ने इस जानकारी मृतक के परिजनों ने दी, तो परिजनों का जवाब था, 'अप्रैल फूल मत बनाओ, यह वाकया एक बार नहीं, बल्कि 4 बार हुआ है। 'ट्रेन से कटकर 5 रेलकर्मियों की मौत परिजन शव की शिनाख्त तक करने मौके पर नहीं पहुंचे और न ही उन्होंने किसी को मौके पर भेजा।
करीब तीन घंटे तक परिजन 'अप्रैल फूल' के दिन बेवकूफ न बनने के चक्कर में अपने बेटे की मौत को मजाक समझते रहे। आखिर हारकर बाद में जीआरपी ने शव को हैलट अस्पताल स्थित मार्चरी भेज दिया। पांच घंटे बाद परिजनों को बेटे की मौत का विश्वास हो पाया।
मामला गोविंदपुरी रेलवे स्टेशन के पास का है, जहां से कुछ दूरी पर बुधवार शाम को एक युवक का गर्दन कटा शव ट्रैक पर पड़े होने की सूचना जीआरपी को मिली। जीआरपी इंस्पेक्टर त्रिपुरारी पाण्डेय ने बताया, 'रेलवे ट्रैक पर एक युवक ने सुसाइड कर लिया था। हमारी पुलिस घरवालों को सूचना देती रही कि लड़का कट गया है, लेकिन वे कहते रहे कि भैया अप्रैल फूल न बनाओ।'