Edited By vasudha,Updated: 27 Mar, 2021 05:04 PM
असम और पश्चिम बंगाल में आज विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण के लिए मतदान शुरु हो गया है। असम में जहां मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, कई मंत्रियों, विपक्ष के शीर्ष नेताओं की किस्मत का फैसला होगा तो वहीं बंगाल में 73 लाख से अधिक मतदाता 191 उम्मीदवारों...
नेशनल डेस्क: पश्चिम बंगाल के 30 और असम के 47 विधानसभा क्षेत्रों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पहले चरण का मतदान समाप्त हो गया है। पश्चिम बंगाल के 30 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 191 उम्मीदवार अपनी चुनावी किस्मत अमजा रहे हैं। जिन सीटों पर मतदान हो रहा है, वहां हिंसा की छिटपुट घटनाएं सामने आयी हैं। बहरहाल, हालात अभी शांतिपूर्ण हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक बंगाल में शाम 6.47 बजे तक बंगाल में 79.79 फीसदी लोगों ने वोट डाले। जबकि असम में 47 सीटों के लिए 72.14% वोटिंग हुई।
कड़ी सुरक्षा के बीच चल रहे मतदान
असम के 47 विधानसभा क्षेत्रों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान जारी है। असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल के चुनावी किस्मत का फैसला भी आज ही होगा। मतदान को लेकर के लोगों में भारी उत्साह देखा गया है और सुबह से लोग मतदान केन्द्रों पर एकत्रित होने लेगे। पूर्व की तुलना में इस बार बड़ी संख्या में मतदान केन्द्र बनाये गए हैं जिसके कारण बहुत कम स्थानों पर मतदाताओं की लम्बी लम्बी कतारें देखने को मिलेंगी ।
दोनों राज्यों में हुआ जोरदार चुनाव प्रचार
इन दोनों राज्यों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जोरदार चुनाव प्रचार अभियान चलाया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने खुद तृणमूल कांग्रेस का चुनाव प्रचार अभियान संभाले रखा। असम के मुख्यमंत्री सोनोवाल भी चुनाव प्रचार अभियान में डटे रहे।
सीईओ से मिला तृणमूल कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल
कुछ स्थानों पर ईवीएम में खराबी का मामला सामने आया है जहां चुनाव आयोग ने मशीनों को ठीक कर दी हैं या फिर मशीनों को बदल दिया है, ऐसी छोटी घटना सभी चुनावों में होती है, चुनाव आयोग इस पर गौर कर रहा है। इस दौरान सत्तारूढ तृणमूल कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के पहले चरण में मतदान को लेकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) से आज दोपहर 12 बजे मिले और ‘कुछ गंभीर चिंताओं' से उन्हें अवगत कराया। तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया कि लोग हमारे हक में मतदान कर रहे है लेकिन वीवीपैट मशीन में भाजपा चिह्न पर वोट पड़ रहा है।
डेरेक ओ‘ब्रायन ने उठाए सवाल
तृणमूल राज्यसभा सांसद डेरेक ओ‘ब्रायन ने चुनाव आयोग को लिखे पत्र में कहा कि कांठी दक्षिण (216) और कांठी उत्तर (213) सुबह नौ बजकर 13 मिनट पर क्रमश: 18.47 फीसदी और 18.95 फीसदी मतदान हुआ था लेकिन चार मिनट बाद नौ बजकर 17 मिनट पर मतदाता मतदान 10.10 फीसदी और 9.40 फीसदी तक कम हो गया। इस तरह की विसंगति चुनाव आयोग की वास्तविकता पर एक सवाल खड़ा करती है। पार्टी नेता कैलाश विजयवर्गीय के नेतृत्व में भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल आज दोपहर दो बजे पश्चिम बंगाल सीईओ से मुलाकात करेगा। भाजपा प्रत्याशी सुवेंदु अधिकारी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर हल्दिया अतिरिक्त एसपी पार्थ घोष, हल्दिया के एसडीपीओ वरुणवैद्य और नंदीग्राम पुलिस थाने के कुछ अन्य अधिकारियों को चुनावों में कदाचार, अनियमितताएं करने में तृणमूल सदस्यों की मदद करने के लिए निलंबित करने की मांग की।
झाड़ग्राम में 1,010 स्थानों पर बने 1,307 मतदान केंद्र
तृणमूल कांग्रेस पुरुलिया की जॉयपुर सीट पर एक निर्दलीय उम्मीदवार का समर्थन कर रही है। यहां उसके आधिकारिक उम्मीदवार उज्ज्वल कुमार का नामांकन पत्र विसंगतियों की वजह से खारिज हो गया था। भाजपा भी 29 सीटों पर किस्मत आजमा रही है और बाघमुंडी सीट पर झारखंड की उसकी सहयोगी पार्टी आजसू ने अपना उम्मीदवार उतारा है। चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि झाड़ग्राम में 1,010 स्थानों पर सभी 1,307 मतदान केंद्रों को वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित क्षेत्र घोषित करते हुए हमने केवल बूथ प्रबंधन के लिए केंद्रीय बलों की 127 कंपनियों को तैनात करने का फैसला किया है।
मतगणना दो मई को
केंद्रीय बलों की 14 अन्य कंपनियों का इस्तेमाल त्वरित प्रतिक्रिया दलों (क्यूआरटी) के रूप में किया जाएगा। केंद्रीय बलों की 144 कंपनियों को झाड़ग्राम में तैनात किया जाएगा। अधिकारी के अनुसार अन्य जिलों में प्रत्येक मतदान केंद्र पर औसतन छह अर्द्धसैन्य कर्मियों को तैनात किया जाएगा। पुरुलिया में सर्वाधिक कंपनियां तैनात होंगी जिनकी संख्या 185 है। पश्चिम बंगाल में 294 सीटों पर आठ चरणों में मतदान होगा। मतगणना दो मई को होगी।