Edited By Yaspal,Updated: 03 Dec, 2021 05:34 PM
सरकार ने संसद को सूचित किया है कि कोविड महामारी शुरू होने के बाद रेल टिकटों में दी जाने वाली रियायत या छूट रोक दी गई थी और फिलहाल उसे बहाल कर पाना व्यवहार्य नहीं है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक प्रश्न के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी।...
नई दिल्लीः सरकार ने संसद को सूचित किया है कि कोविड महामारी शुरू होने के बाद रेल टिकटों में दी जाने वाली रियायत या छूट रोक दी गई थी और फिलहाल उसे बहाल कर पाना व्यवहार्य नहीं है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक प्रश्न के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रेल टिकटों में दी जाने वाली रियायत या छूट बहाल करने के लिए कई अभ्यावेदन मिले हैं। उन्होंने बताया ‘‘कोविड महामारी और कोविड प्रोटोकॉल को देखते हुए 20 मार्च 2020 से दिव्यांगजन की चार श्रेणियों और मरीजों तथा विद्यार्थियों की 11 श्रेणियों को छोड़ कर सभी श्रेणी के यात्रियों के लिए रेल टिकटों में दी जाने वाली रियायत या छूट को वापस ले लिया गया था।''
वैष्णव ने बताया ‘‘विभिन्न वर्गों से रेल टिकटों में दी जाने वाली रियायत या छूट को बहाल करने के लिए अनुरोध, अभ्यावेदन और सुझाव मिले। इस मामले पर गौर किया गया लेकिन रियायत या छूट बहाल करना फिलहाल व्यवहार्य नहीं पाया गया।'' उल्लेखनीय है कि कोविड काल से पहले रेलवे रेल टिकटों में 54 श्रेणियों में रियायत या छूट देती थी।