Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Oct, 2017 02:28 PM
श्री माता वैष्णो देवी के भक्तों के लिए बड़ी और अहम खबर है। अब उन्हें सुरक्षा कारणों से परेशान होने की आवश्यकता नहीं है।
जम्मू: श्री माता वैष्णो देवी के भक्तों के लिए बड़ी और अहम खबर है। अब उन्हें सुरक्षा कारणों से परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। भवन मार्ग को भूस्खलन नाम की परेशानी से सुरक्षित करने के लिए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने पवित्र गुफा की तरफ जाने वाले दोनों मार्गों के ऐसे 33 स्थानों को चिन्हित किया है, जहां भूस्खलन होता है और उनको अब जल्द ही सुरक्षित किया जाएगा। श्राइन बोर्ड ने इसका जिम्मा टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड को सौंपा है। इस बात की जानकारी श्राइन बोर्ड के सीईओ जितेन्द्र कुमार सिंह ने दी है। उन्होंने बताया कि भूस्खलन की रोकथाम को चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा और इसके लिए विशेषज्ञ कपंनियों की मद्द ली जाएगी ताकि यात्रियों को परेशानी न हो और यात्रा सुरक्षित हो सके।
चरणबद्ध तरीके से होगा काम
जानकारी के अनुसार भूस्खलन को रोकने का पूरा काम चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा। इसके पहले चरण में 20 करोड़ की लागत आई है और इससे पांच स्थानों का काम पूरा किया गया है। वहीं दूसरे चरण में सात स्थानों का काम करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 21 स्थानों के लिए डीपीआर तैयार की जा रही है। यह दोनों मार्गों के लिए है और इस काम को भी दो चरणों में ही किया जाएगा।
विशेषज्ञों की सलाह
जियोलॉजी सर्वे ऑफ इंडिया, टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड और श्राइन बोर्ड के विशेषज्ञ इस मामले में सलाह दे रहे हैं और उन्होंने पूरे मार्ग का सर्वे भी किया है। पूरी त्रिकुटा पहाडिय़ों को सुरक्षित बनाने का काम किया जा रहा है ताकि भूस्खलन में जो दुर्घटनाएं होती हैं वो न हों और उनकी रोकथाम हो सके। बताया गया है कि इस सारे काम की रिपोर्ट स्वयं राज्यपाल और श्राइन बोर्ड के चेयरमैन एन एन वोहरा देखते हैं। वह हर महीने इस काम की रिपेर्ट मंगवाते हैं।