Edited By Mehak,Updated: 22 Dec, 2025 11:14 AM

हैदराबाद के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर सोमवार तड़के एम्स्टर्डम से आ रही KLM एयरलाइंस की फ्लाइट को बम से उड़ाने की धमकी मिली। एयरपोर्ट प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गईं। विमान को आइसोलेटेड बे में खड़ा कर CISF, बम स्क्वॉड और स्निफर...
नेशनल डेस्क : हैदराबाद के Rajiv Gandhi International Airport (RGIA) पर सोमवार तड़के उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब एम्स्टर्डम से आ रही KLM एयरलाइंस की एक अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट को बम से उड़ाने की धमकी मिली। यह धमकी ईमेल के जरिए रविवार देर रात करीब 12 बजे दी गई, ठीक उसी समय जब विमान हैदराबाद में लैंडिंग की तैयारी कर रहा था।
धमकी की सूचना मिलते ही एयरपोर्ट प्रशासन, सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस तुरंत सतर्क हो गईं। सभी तय सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू किए गए। विमान ने रात करीब 1 बजे सुरक्षित लैंडिंग की, जिसके बाद उसे मुख्य टर्मिनल से दूर एक आइसोलेटेड बे में खड़ा किया गया।
यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए CISF, बम निरोधक दस्ता और स्निफर डॉग स्क्वॉड ने विमान, यात्रियों के सामान और कार्गो होल्ड की गहन जांच की। अधिकारियों के मुताबिक, करीब मिनट-दर-मिनट चली तलाशी में कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। इसके बाद बम धमकी को फर्जी घोषित कर दिया गया और स्थिति सामान्य हो गई।
दिसंबर में बढ़ी बम धमकियों की घटनाएं
यह मामला दिसंबर 2025 के दौरान हैदराबाद एयरपोर्ट पर मिल रही लगातार बम धमकियों की श्रृंखला का हिस्सा है। बीते एक महीने में कई घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को इसी तरह की धमकियों का सामना करना पड़ा है, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी।
दिसंबर की शुरुआत में इंडिगो की कुवैत और मदीना से हैदराबाद आ रही उड़ानों को सुरक्षा कारणों से मुंबई और अहमदाबाद डायवर्ट किया गया था। इसके अलावा एमिरेट्स, एयर इंडिया, ब्रिटिश एयरवेज, लुफ्थांसा और कुवैत एयरवेज की फ्लाइट्स को भी धमकी भरे संदेश मिले थे। कई मामलों में विमानों को बीच रास्ते से वापस लौटाया गया या कड़ी निगरानी में उतारा गया।
9 दिसंबर को एक अमेरिकी उड़ान को लेकर एक मिलियन डॉलर की फिरौती की धमकी भी सामने आई थी, जिसके बाद देश के सभी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट टर्मिनलों पर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया था।
विदेशी सर्वर से भेजी जा रहीं फर्जी धमकियां
RGIA पुलिस और साइबर क्राइम टीम इन मामलों की जांच कर रही है। शुरुआती जांच में पता चला है कि धमकी भेजने वाले लोग विदेशी सर्वर और VPN का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे उनकी पहचान करना चुनौतीपूर्ण हो गया है। लगातार मिल रही फर्जी धमकियों से एयरपोर्ट प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ गई है।