Edited By Yaspal,Updated: 19 Dec, 2018 09:37 PM
लोकसभा चुनाव धीरे-धीरे करीब आ रहे हैं तो राजनीतिक पार्टियां भी हवा की तरह बदलने लगी हैं। रामविलास पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी के सुर बदलने लगे...
नेशनल डेस्कः लोकसभा चुनाव धीरे-धीरे करीब आ रहे हैं तो राजनीतिक पार्टियां भी हवा की तरह बदलने लगी हैं। रामविलास पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी के सुर बदलने लगे हैं। एक ओर उन्होंने जहां एनडीए को नाजुक दौर में बताकर भाजपा पर परोक्ष रूप से निशाने पर लिया। दूसरी तरफ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने राम मंदिर जैसे मुद्दों पर भी भाजपा को नसीहत दे दाली।
चिराग पासवान ने कहा कि राहुल गांधी में स्पष्ट तौर पर एक सकारात्मक बदलाव आया है। कांग्रेस को लंबे समय बाद जीत मिली है। आपको इसका श्रेय राहुल गांधी को देना होगा। अगर आप किसी की आलोचना करते हैं तो आपको बेहतर प्रदर्शन करने पर उसकी तारीफ भी करनी चाहिए। उन्होंने मुद्दे को बेहतर तरीके से उठाया।
उन्होंने कहा, जिस तरह से कांग्रेस ने किसानों, बेरोजगारी का मुद्दा उठाया, मुझे लगता है कि उन्होंने बेहतर तरीके से इसे उठाया। हम धर्म और मंदिर में उलझे रहे। मैं फिर सरकार से गुजारिश करता हूं कि हम आने वाले समय में विकास के मुद्दे पर ही फोकस करें। बता दें कि चिराग पासवान ने मंगलवार रात दो ट्वीट करके नए कयासों को जन्म दे डाला। पहले ट्वीट में उन्होंने सहयोगी दलों के प्रति भाजपा के रुख पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि भाजपा को अपने सहयोगियों को एकजुट रखने के प्रयास करने होंगे क्योंकि हाल ही में रालोसपा और टीडीपी जैसे दल एनडीए से अलग हो गए हैं।
दूसरे ट्वीट में चिराग ने लिखा कि गठबंधन की सीटों को लेकर कई बार भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से मुलाकात हुई, परंतु अभी तक कुछ ठोस बात आगे नहीं बढ़ पाई है। इस विषय पर समय रहते बात नहीं बनी तो इससे नुकसान भी हो सकता है। चिराग के इन बयानों ने खूब सियासी हलचल मचाई। कयास लगने लगे कि क्या लोजपा एक बार फिर ऐन चुनाव से पहले पाला बदलने की तैयारी में है। 2014 में चिराग ने ही पिता रामविलास पासवान को मनाया था कि वह यूपीए छोड़कर एनडीए के साथ आएंग। पार्टी को इसका फायदा भी मिला और एनडीए सरकार में पासवान मंत्री बने।