Edited By Seema Sharma,Updated: 01 Jul, 2018 01:15 PM
2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के खिलाफ संयुक्त विपक्षी गठबंधन का नेतृत्व कांग्रेस द्वारा करने की महत्वाकांक्षा की अटकलों के बीच पार्टी किसी भी दल के साथ अखिल भारतीय गठबंधन नहीं चाहती। यह राज्य कांग्रेस नेतृत्व पर निर्भर है कि वह किस पार्टी के साथ...
नेशनल डेस्कः 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के खिलाफ संयुक्त विपक्षी गठबंधन का नेतृत्व कांग्रेस द्वारा करने की महत्वाकांक्षा की अटकलों के बीच पार्टी किसी भी दल के साथ अखिल भारतीय गठबंधन नहीं चाहती। यह राज्य कांग्रेस नेतृत्व पर निर्भर है कि वह किस पार्टी के साथ गठबंधन चाहेगा। यह स्पष्ट संकेत है कि कांग्रेस लोकसभा चुनावों में बसपा के साथ अखिल भारतीय गठबंधन करना नहीं चाहती। गठबंधन राज्य-दर-राज्य करने की जरूरत है।
कांग्रेस ने कहा है कि सभी गठबंधनों के लिए एक जैसा आकार नहीं हो सकता मगर क्या कांग्रेस दिशा-निर्देश दे सकती है और विपक्षी वोटों का विभाजन कर सकती है, इस मामले में किसी को यकीन नहीं। कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियां 2019 के आम चुनावों में नरेंद्र मोदी नीत भाजपा का मुकाबला करने के लिए राज्यों में ‘वन ऑन वन’ फार्मूला बनाने पर काम कर रही हैं मगर जिस तरह की परिस्थितियां हैं उनसे लगता है कि यह अंतिम दिन तक नहीं हो सकता है और केवल कुछ राज्यों में ही इसे सफलता मिल सकती है।