Edited By Seema Sharma,Updated: 13 May, 2021 12:44 PM
कोरोना की तीसरी लहर से पहले ही सरकार अब इससे निपटने की तैयारियों में जुट गई हैं। दरअसल विशेषज्ञों के मुताबिक पहली लहर में बुजुर्ग, दूसरी लहर में युवा ज्यादा संक्रमित हुए हैं और अब आशंका है कि कोरोना की तीसरी लहर में बच्चे इससे ज्यादा प्रभावित हो...
नेशनल डेस्क: कोरोना की तीसरी लहर से पहले ही सरकार अब इससे निपटने की तैयारियों में जुट गई हैं। दरअसल विशेषज्ञों के मुताबिक पहली लहर में बुजुर्ग, दूसरी लहर में युवा ज्यादा संक्रमित हुए हैं और अब आशंका है कि कोरोना की तीसरी लहर में बच्चे इससे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं। ऐसे में ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को 2 से 18 साल के बच्चों पर ट्रायल की मंज़ूरी दे दी है। भारत बायोटेक की ओर से ये ट्रायल 525 वॉलंटियर्स पर किया जाएगा। यह 2 से 18 साल के बच्चों पर किया जा रहा कोवैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल का फेज 2 और फेज तीन होगा।
ट्रायल के दौरान पहली और दूसरी वैक्सीन का डोज़ 28 दिनों के अंतर पर दिया जाएगा। बता दें कि इससे पहले एक विशेषज्ञ समिति ने मंगलवार को 2-18 साल के बच्चों के लिए भारत बायोटेक के कोरोना टीके कोवैक्सीन के दूसरे/तीसरे चरण के लिए परीक्षण की सिफारिश की। वहीं सूत्रों के मुताबिक यह परीक्षण दिल्ली एवं पटना के AIIMS और नागपुर स्थित मेडिट्रिना चिकित्सा विज्ञान संस्थान समेत विभिन्न स्थानों पर किया जाएगा।
केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) की covid-19 विषय विशेषज्ञ समिति ने मंगलवार को भारत बायोटेक द्वारा किए गए उस आवेदन पर विचार-विमर्श किया जिसमें उसके कोवैक्सीन टीके की 2 साल से 18 साल के बच्चों में सुरक्षा और रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने समेत अन्य चीजों का आकलन करने के लिए परीक्षण के दूसरे/तीसरे चरण की अनुमति देने का अनुरोध किया गया था। एक सूत्र ने कहा कि कंपनी के आवेदन पर विस्तृत विचार-विमर्श के बाद समिति ने प्रस्तावित दूसरे/तीसरे चरण के परीक्षण की अनुमति दिए जाने की सिफारिश की।